योगी सरकार का दमन बेलगाम; शिक्षक भर्ती घोटाले का विरोध करते अभ्यर्थियों की बेरहम पिटाई

योगी सरकार की पुलिस ने शनिवार को लखनऊ में कैंडल मार्च निकालते अभ्यर्थियों को बर्बरता पूर्वक पीट दिया। दो दिन पूर्व ही रोजगार की माँग कर रहे युवाओं की बार्बर पिटाई हुई थी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब कैंडिल मार्च से भी घबड़ा रही है। शनिवार शाम राजधानी लखनऊ में परिषदीय विद्यालयों मे नियुक्ति की मांग को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी 1090 चौराहे पर कैंडिल मार्च निकालने जा रहे थे, जहां पुलिस ने उनकी लाठी, डंडों से बेरहम पिटाई कर दी। इससे कई अभ्यर्थियों को गंभीर चोटें आईं।

दरअसल 69000 शिक्षक भर्ती घोटाला बीते काफी समय से गर्माया हुआ है। आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए भर्ती में धांधली का आरोप लगाया है। शनिवार को सीएम आवास की ओर कैंडल मार्च निकालते समय अभ्यर्थियों को पुलिस ने लाठियों से बर्बरता पूर्वक पीट दिया।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि उनकी ओर से शांतिपूर्ण ढंग से कैंडिल मार्च निकाला जा रहा था, मगर पुलिस ने उनपर जमकर लाठियों बरसाईं। पुलिस कार्रवाई के दौरान 1090 चौराहे पर करीब आधे घंटे तक बवाल चला। पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए अभ्यर्थियों को खदेड़ दिया। वहीं कुछ अभ्यर्थियों को पुलिस ने हिरासत में लिया और बस में भर कर ईको ग्रार्डन स्थित धरना स्थल भेज दिया।

अभ्यर्थियों का कहना है 69000 भर्ती प्रक्रिया में 22 हजार सीट और जोड़ी जाए और उन्हें भरा जाए। वहीं कुछ आंदोलनकारियों का कहना था कि भर्ती को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश है, उसके बाद भी उसको फालो नहीं किया जा रहा है। सरकार द्वारा तत्काल रिक्त पदों को भरा जाए।
इन्हीं मांगों को लेकर अभ्यर्थी बीते करीब पांच माह से इको गार्डन और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के पास धरना प्रदर्शन व मंत्री आवास का घेराव कर रहे हैं। मगर किसी स्तर पर सार्थक हल नहीं निकाला जा सका।
इसी क्रम में शनिवार शाम अभ्यर्थी 1090 चौराहे पर कैंडिल मार्च निकालने जा रहे थे। तभी पुलिस की कार्रवाई का शिकार हो गए। पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया।
इससे पूर्व 2 दिसंबर को यूपी मांगे रोज़गार अभियान’ के तहत लखनऊ पहुंचे युवाओं पर पुलिस का क़हर बरपा हुआ था। रोजगार की माँग कर रहे राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए छात्रों को स्टेशन से ही गिरफ्तार किया गया, जो बचे उनको रैलियों से हिरासत में लिया गया, पुलिस ने युवाओं की बार्बर पिटाई की थी।