शहादत दिवस कार्यक्रम: भगत सिंह को याद करेंगे, गैरबराबरी-भेदभाव नहीं सहेंगे!

शहीद-ए-आज़म भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु के शहादत दिवस पर रुद्रपुर के विभिन्न इलाकों में भगत सिंह जन अभियान चला और पूर्व संध्या पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
रुद्रपुर 22 मार्च। शहीद-ए-आज़म भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु के शहादत दिवस 23 मार्च के अवसर पर मज़दूर सहयोग केन्द्र द्वारा रुद्रपुर के विभिन्न इलाकों में भगत सिंह जन अभियान चलाया जा रहा है। उसी क्रम में आज शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर शहीद अशफाक उल्ला खाँ पार्क, खेड़ा कॉलोनी में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मौके पर भगत सिंह के विचारों की प्रदर्शनी लगी और स्टिकर व पुस्तिका ‘नौजवान का रास्ता’ वितरित हुआ।

माल्यार्पण के बाद शुरू हुए श्रद्धांजलि कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि आज के दौर में जब सत्ता द्वारा देश के मज़दूर, किसान, आदिवासी, गरीब और आम मेहनतकश जनता को अधिकार विहीन बनाया जा रहा है, युवा पीढ़ी को रोजगार की जगह नफरत की खुराक पिलाई जा रही है और पूरा समाज गुलामी की नई बेड़ियों में जकड़ा हुआ है, सत्ता का दमन अंग्रेजों से भी ज्यादा तेज हो चुका है, तब भगत सिंह के सच्चे सपूतों को क्रांतिकारियों के विचारों के साथ इसके खिलाफ मुखर आवाज बनकर खड़े होने की जरूरत है।

वक्ताओं ने कहा कि आज पूरे मुल्क को हिंदू मुस्लिम के खतरनाक बंटवारे में उलझा दिया गया है और आम जनता की मूल मुद्दे रोजगार, महंगाई को गायब कर दिया गया है। मज़दूर विरोधी चार लेबर कोड के द्वारा मज़दूरों को बंधुआ बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है, भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुंच गया है। और इन तमाम मसलों से ध्यान बँटाने के लिए एक बार फिर चुनावी समर में सारे दल उत्तर पड़े हैं। सत्ताधारी भाजपा जनता को बेवकूफ बनाने में पूरी ताकत से जुटी हुई है, पूरे तंत्र को अपनी मुट्ठी में करके आम जनता पर बुलडोजर चला रही है।


वक्ताओं ने कहा कि शहीद-ए-आज़म ने जिस आजाद भारत का सपना देखा था वह आज ना केवल अधूरा है बल्कि पूरा समाज गुलामी की नई बेड़ियों में जकड़ गया है, मुनाफे की खुली लूट जारी है। शहीद-ए-आज़म ने धर्म सांप्रदायिकता और जातिवाद पर अपने लेखों के जरिए लगातार सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ हमला बोला था। आज क्रांतिकारियों के विचारों को आम जनमानस में ले जाने की जरूरत है ताकि इंसानियत, अमन और बराबरी वाले समता मूलक समाज के निर्माण में आगे बढ़ा जा सके और क्रांतिकारी शहीदों के सपनों को साकार किया जा सके।

इससे पूर्व मज़दूर सहयोग केन्द्र द्वारा 19 मार्च से रुद्रपुर की विभिन्न बस्तियों- रवींद्र नगर, कल्याणी व्यू, जगतपुरा, दरिया नगर, खेड़ा आदि में व्यापक व सघन अभियान चलाया गया।





आज के कार्यक्रम में मज़दूर सहयोग केन्द्र के मुकुल, इंकलाबी मजदूर केंद्र के सुरेंद्र, काकोरी यादगार कमेटी से साजिद भाई, सीआईई इण्डिया श्रमिक संगठन से बालकरन, श्रमिक संयुक्त मोर्चा महासचिव चंद्रमोहन लखेड़ा, नेस्ले कर्मचारी संघ से महेन्द्र राणा, एडविक कर्मचारी संगठन से सुधीर, टीवीएस लुकास मज़दूर संघ से बसंत गोस्वामी, एलजीबी वर्कर्स यूनियन से गोविन्द, राकेट, रिद्धि सिद्धि कर्मचारी संघ से रमेश चन्द्र, करोलिया लाइटिंग इम्पलाइज यूनियन से हरेन्द्र सिंह, कलेक्टिव दिल्ली से प्रभात आदि ने विचार रखे। संचालन धीरज जोशी ने किया।

इस अवसर पर एमएसके की टोली ने क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में विभिन्न कंपनियों के मज़दूर साथियों व स्थानीय लोगों ने शिरकत की।
