लोहे का विशाल जाल काटकर निकाले गए मज़दूर
पाली (राजस्थान)।आज शाम निर्माणाधीन अल्ट्राट्रेक फैक्ट्री में भयानक हादसे की ख़बर आ रही है। सरियों का जखीरा लोहे के सरियों से बने जाल के नीचे काम कर रहे श्रमिकों पर गिर गया और दर्जनों श्रमिक दब गए। इनमें 7 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जैतारण (पाली)जिले के आनंदपुर कालू थाना क्षेत्र में घटना आज बुधवार करीब चार बजे की है जब निर्माणाधीन अल्ट्राट्रेक सीमेंट फैक्ट्री में क्रेन से लोहे के सरिए उतारे जा रहे थे। क्रेन से सरिया लोहे के जाल से अटक गया। उस वक़्त लोहे के सरियों से बने जाल के नीचे मज़दूर काम कर रहे थे।
सरिया का बंडल श्रमिकों पर गिर गया। जिससे 12 से ज्यादा श्रमिक लोहे के जाल के नीचे दब गए काम कर रहे बाकी मजदूरों ने भागकर जान बचाई। अचानक हादसे से मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
दबे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। लोहे का विशाल जाल इतना भारी था कि क्रेन से भी नहीं उठा। गैस कर्टर से काट कर बाद में क्रेन की सहायता से उसे हटाकर श्रमिकों को निकाला गया।
बाहर निकालने में फैक्ट्री के अन्य मजूदरों ने काफी दिक्कतों का सामाना किया। फैक्ट्री के इंजीनियर व अन्य स्टॉफ भी लोहे के जाल के नीचे दबे श्रमिकों को बचाने में जुटे नजर आए।
समाचार लिखे जाने तक 7 गंभीर घायलों को ब्यावर के अमृतकौर अस्पताल रैफर कर दिया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा हैं। शेष घायलों की हालत सामान्य बताई जा रही हैं। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
मजदूरों ने लगाया फैक्ट्री प्रबन्धन पर लापरवाही का आरोप
मजदूरों ने अल्ट्राट्रेक फैक्ट्री प्रबन्धन पर लापरवाही का आरोप लगाया। मज़दूरों का कहना है कि यहाँ काम बेहद भारी और जोखिम भरा है। इसके बावजूद बगैर सुरक्षा प्रावधानों के मज़दूरों से काम कराया जाता है। इससे हादसे की संभावना लगातार बनी रहती है, लेकिन प्रबंधन इसपर कोई ध्यान नहीं देता।
भयावह घटना
निर्माणाधीन फैक्ट्री में डोम जैसे एक भवन में करीब 15-20 श्रमिक काम कर रहे थे। डोम के बाहर 20 एमएम के सरिए पड़े थे। जिन्हें क्रेन की सहायता से डोम में पहुंचाया जा रहा था। इस दौरान क्रेन से कुछ सरिए निकलकर डोम में ग्रिल की दीवार पर लगी सरियों की जाली में अटक गए। जिससे भारी लोहे की सरियों की दीवार नीचे गिर गई। गनीमत रही कि सरियों की जो जाली बनी हुई उसमें गेप था जिससे नीचे दबे श्रमिक इधर-उधर मूव कर पा रहे थे।
गैस कर्टर से काटकर निकालना पड़ा
श्रमिक जिन सरियों की जाली के नीचे दबे हुए थे वह इतनी भारी थी कि क्रेन से भी नहीं उठाई जा रही थी। जिस पर गैस कर्टन से सरियों की जाली को काटा गया। बाद में उन्हें क्रेन की सहायता से हटाया गया। रेस्क्यू करीब दो घंटे तक चला। बाद में सात एम्बूलेंस से तुरंत घायलों को ब्यावर के अमृतकौर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उनका उपचार चल रहा हैं।
सात गंभीर घायल ब्यावर अस्पताल में भर्ती
हादसे में पाली जिले के बाबरा निवासी कालूराम पुत्र छूटाराम, रामपुर जैतारण निवासी सुखरामसिंह पुत्र गिरधारीसिंह, जैतारण निवासी भगवानराम देवासी पुत्र अमनराम देवासी, बलाड़ा निवासी महेन्द्रराम पुत्र गोविंदराम, टूकड़ा जैतारण निवासी चेतनप्रकाश पुत्र जगदीशराम एवं झारखंड निवासी अर्जुनराम पुत्र बिफनराम गंभीर घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए ब्यावर के अमृतकौर अस्पताल भर्ती करवाया गया।