झूठे यूएपीए केस में पिछले एक साल से दिल्ली तिहाड़ जेल में कैद पिंजरा तोड़ की एक्टिविस्ट नताशा नरवाल के पिता महावीर नरवाल की आज शाम कोविड से मृत्यु हो गई।
71 साल के महावीर नरवाल को 6 दिन पहले कोरोना संक्रमित होने के बाद ऑक्सीजन लेबल कम होने पर रोहतक अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था। पिंजरा तोड़ के सदस्यों ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।
महावीर नरवाल एक सीनियर रिटायर्ड वैज्ञानिक थे और भारतिया ज्ञान विज्ञान समिति के एक्टिविस्ट भी थे। उन्होनें हरियाणा में वैज्ञानिक चिन्तन और पठन पाठन को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा विज्ञान मंच का नेतृत्व किया।

महावीर नरवल अपनी बहादुर बेटी से मिले बिना ही चले गए। नताशा नरवाल के गिरफ्तार होने के बाद कारवां- ए- मोहब्बत को दिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि “मैं बूढ़ा हो रहा हूं। मान लीजिए कि वे मेरी बेटी को बहुत लंबे समय तक जेल में रखते हैं, और फिर एक समय आएगा है कि वह मुझे नहीं देख पाए, मैं ऐसा नहीं चाहता”।
पिंजरा तोड़ की एक्टिविस्ट नताशा नरवाल और देवांगना कालीता एफआईआर संख्या 59, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा साजिश के झूठे मामले में पिछले 20 मई से जेल में है।दो अन्य मामलों में नताशा और देवांगना को जमानत मिल चुकी है।
नताशा नरवाल ने अपने बीमार पिता से मिलने के लिए शनिवार को अदालत में अर्जी दाखिल की थी पर कोर्ट ने मामले की सुनवाई को सोमवार के लिए टाल दिया था। जो अदालत गोदी मीडिया चैनल रिपब्लिक भारत के मालिक अर्णव गोस्वामी की जमानत अर्जी पर दीपावली के दिन भी सुनवाई कर सकती है, उसने एक मरते हुए बाप से मिलने की बेटी की अपील को तारीख़ देकर टाल दिया। यह इस देश के तानाशाह नरेंद्र मोदी अमित शाह और उनके इशारों पर नाचने वाली दिल्ली पुलिस की निर्मम बर्बरता का उदाहरण है।