महाराष्ट्र: शुगर मिल में बॉयलर व टैंकों में धमाके, चौतरफा आग की लपटें; 8 गंभीर, दर्जनों फंसे

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कितने लोग हताहत हैं, अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। वास्तविक स्थिति तब साफ होगी, जब आग पर काबू पाने के बाद मिल परिसर का जायज होगा और जब परिजनों द्वारा कोई सूचना मिलेगी।

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले की गंगामाई शुगर मिल में शनिवार (25 फरवरी) को बॉयलर फटने से बड़ा हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि आग लगने के कारण चार टैंकों में धमाके हुए हैं। हादसे में कई लोग जख्मी बताई जा रहे हैं।

शुरुआती जानकारी के अनुसार हादसे में आठ लोगों के घायल होने की खबर भी सामने आई है। कई लोगों के अंदर फंसे होने की आशंका है। हालांकि कुल कितने लोग घायल हुए, इसे अलग अलग-अलग जानकारी सामने आ रही है। घटनास्थल पर एंबुलेंस मंगवा ली गई हैं। लेकिन एंबुलेंस सुविधाएं कम पड़ने की खबर है। 

शुरुआती जानकारी और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अहमदनगर के चीनी मिल में डिस्टिलरी यूनिट में धमाका हुआ। इसके बाद आग की लपटें उठने लगीं। तस्वीरों में आग की लपटों के अलावा धुएं का गुबार देखा जा सकता है।

150 मजदूर कर रहे थे काम

खबरों के अनुसार जिस वक्त ब्लास्ट हुआ, तब मिल में करीब 150 मजदूर काम कर रहे थे। अन्य खबर के अनुसार मिल परिसर में करीब 80 लोगों के फंसे होने की आशंका है।

रिपोर्ट में कहा गया कि घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। ट्विटर हैंडल @thefirstindia पर हादसे की वीडियो विचलित करने वाली है। आग की लपटों के साथ घने धुएं का गुबार अंधेरे के बावजूद काफी दूर से देखा जा सका।

हादसा शाम के करीब सात बजे हुआ। सूचना लगते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने के लिए घटनास्थल पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की करीब एक दर्जन गाड़ियां मौके मौजूद बताई जा रही है।

गंगामाई चीनी मिल में हुआ हादसा

जानकारी के मुताबिक, अहमदनगर जिले शेवगांव स्थित गंगामाई चीनी मिल में बायलर फटने से यह हादसा हुआ। मिल की डिस्टलरी यूनिट में धमाका होने के बाद फैक्ट्री में भयंकर आग लग गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि आग की लपटें काफी दूर तक देखी गईं।

बताया गया कि मिल में गन्ने के रस, चीनी के घोल, जौ और मक्का से एथेनॉल तैयार किया जाता है, जो इसके डिस्टलरी प्लांट में बनता है। इसी प्लांट में धमाका हुआ।

कितने लोग हताहत हैं, अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। बचाव व राहत कार्य जारी है। वास्तविक स्थिति बाद में साफ होगी, जब आग पर काबू पाने के बाद मिल परिसर का जायज होगा और जब परिजनों द्वारा कोई सूचना मिलेगी।

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