मध्यप्रदेश : पुरानी पेंशन बहाली के लिए अधिकारी-कर्मचारी भी आंदोलन की राह पर

देश के अन्य हिस्सों की तरह मध्य प्रदेश में भी जनवरी 2005 से नियुक्त कर्मचारियों के लिए बंद हो चुकी पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग लगातार जोर पकड़ती जा रही है।
शिवपुरी जिले में पुरानी पेंशन योजना बहाल करने के लिए कर्मचारी आंदोलन करने की तैयारी में हैं। 4 मार्च को कर्मचारी नेता एकत्रित होंगे और कलेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।
कर्मचारी नेता राजेंद्र पिपलौदा ने बताया कि सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने बताया कि हमने अपनी मांग के समर्थन में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने के लिए कर्मचारी मंच के माध्यम से आंदोलन शुरू कर दिए हैं। अब जिस तरह से प्रदेश में विभिन्न कर्मचारी संगठन पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने को लेकर आंदोलनरत हैं, उससे साफ है कि आने वाले बजट सत्र में इस मुद्दे पर विधानसभा और राज्य में अन्य जगहों पर हंगामा होने के आसार हैं।
कर्मचारी नेता राजेंद्र पिपलौदा ने कहा कि कर्मचारी-अधिकारी 1 जनवरी 2005 या इसके बाद नियुक्त कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम लागू हो। नई पेंशन स्कीम में कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद सिर्फ हर महीने 800 से डेढ़ हजार रुपये ही पेंशन मिल रही है। प्रदेश में दो लाख 87 हजार शिक्षक और 48 हजार स्थायीकर्मी पुरानी पेंशन बहाली को लेकर संघर्षरत हैं।
बता दें मध्य प्रदेश में अधिकारी-कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग लगातार जोर पकड़ती जा रही है। कर्मचारियों की मांग के समर्थन में प्रदेश के कई विधायक भी शामिल हो गए हैं। प्रदेश के 48 विधायकों ने अधिकारी-कर्मचारियों की मांग के संबंध में मुख्यमंत्री चौहान को पत्र लिखा है, जिसमें से कई विधायकों ने ट्वीट कर सीएम से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की है।
अमर उजाला से साभार