मध्यप्रदेश: परिवार संग भूख हड़ताल पर बैठे स्वास्थ कर्मचारी, 3 हफ्ते से आंदोलन जारी

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संविदा स्वास्थ्य कर्मी 18 अप्रैल से आंदोलित हैं। जेपी हॉस्पिटल कैम्पस में धरना प्रदर्शन, अब परिवार के साथ भूख हड़ताल। मंत्रियों के बंगले का घेराव के बाद खबर है कि वे सीएम हाउस का रुख कर सकते हैं।

भोपाल। एमपी में बीते 20 दिन से शुरू हुआ 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का आंदोलन अभी भी जारी है। इसी के चलते आज वे राजधानी के कमला पार्क Kamla Park में परिवार सहित भूख हड़ताल पर बैठे हैं, लेकिन आज ये सीएम हाउस CM House का भी रुख कर सकते हैं। MP News: उनके आंदोलन को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ Kamal Nath ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना Corona महामारी के दौरान सरकार इन्हें कोरोना योद्धा बता रही थी और यही 20 दिन से हड़ताल पर है। अपनी ही मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार उनकी मांगों को तुरंत मानें।

ये हैं मांगे —

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें विभाग में खाली पदों पर नियमित किया जाए।

अन्य कर्मचारियों को 5 जून 2018 को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पारित की गई नीति रेगुलर कर्मचारियों के समकक्ष 90% वेतनमान तत्काल लागू किया जाए।

सीएचओ (CHO)कैडर को MLHP तहत नियमित किया जाए।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउटसोर्स ठेका प्रथा खत्म की जाए।

सपोर्ट स्टॉफ कर्मचारियों को पुनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज किया जाए या विभाग में रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए।

निष्कासित कर्मचारियों को शत-प्रतिशत वापस लिया जाए।

5 दिसंबर से 3 जनवरी तक की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान जिन कर्मचारियों पर पुलिस प्रकरण दर्ज किए गए हैं, उन्हें तत्काल वापस लिया जाए।

मध्य प्रदेश में हज़ारों संविदा स्वास्थ्य कर्मी 20 दिन से हड़ताल पर हैं। कोरोना माहमारी के दौरान सरकार इन्हें कोरोना योद्धा बता रही थी और आज ये अपनी माँगों को लेकर आंदोलनरत हैं।

स्वास्थ्य सेवाएँ बदहाल है ऐसे में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से आम जनता को बहुत परेशानी हो रही है।

कांग्रेस पार्टी मानवीय और नैतिक आधार पर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की वाजिब माँगों का समर्थन करती है।

मैं मुख्यमंत्री और सरकार से अनुरोध करता हूँ कि संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की वैधानिक मांगों को अविलंब मानें ताकि उनके साथ न्याय हो सके और राज्य में पहले से बदहाल स्वास्थ्य संरचना ध्वस्त होने से बच जाये।

आपको बता दें एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी बीते महीने 18 अप्रैल से अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल कर रहे हैं। मंत्रियों के बंगले का घेराव के अलावा वे जेपी हॉस्पिटल कैम्पस में धरना प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन अब वे कमर कसते हुए परिवार के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। जिसके बाद ऐसी खबर भी आ रही है कि सभी कर्मचारी सीएम हाउस का रुख कर सकते हैं।