मध्यप्रदेश: दमोह की पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट, दो महिला श्रमिकों सहित 3 की दर्दनाक मौत, 10 गंभीर

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सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। ब्लास्ट इतना भीषणा था कि फैक्ट्री मालिक सहित सभी मृतकों के शरीर चीथड़ों में तब्दील हो गए, जिन्हें मलबों के बीच से निकाला गया।

दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह में मंगलवार दोपहर को भीषण हादसा हो गया। यहां एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया। हादसे में फैक्ट्री मालिक समेत 3 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में दो महिलाएं भी हैं। फैक्ट्री में काम कर रहे 10 मजदूर बुरी तरह झुलस गए। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। यह हादसा मंगलवार दोपहर करीब 1.00 बजे शहर के रिहायशी इलाके बड़ा पुल क्षेत्र में हुआ। बताया जा रहा है कि ब्लास्ट इतना भीषणा था कि फैक्ट्री मालिक के शरीर का आधा हिस्सा चीथड़ों में तब्दील हो गया।

जानकारी के अनुसार, बड़ा पुल क्षेत्र में अभय उर्फ छुट्टन गुप्ता पटाखा फैक्ट्री संचालित करते थे। त्योहारी सीजन को देखते हुए काम जोरो पर था। मंगलवार दोपहर को अभय गुप्ता करीब एक दर्जन मजदूरों के साथ फैक्ट्री में मौजूद थे। इसी दौरान अचानक तेज धमाका हुआ। धमाके की तेज आवाज सुन आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और हादसे की जानकारी तत्काल पुलिस-प्रशासन को दी गई। सूचना मिलते ही दमोह पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार तिवारी और पुलिस-प्रशासन की टीम, नगर पालिका का अमला और फायर बिग्रेड की टीम घटनास्थल पर पहुंची।

पुलिस और प्रशासन की टीम ने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम को सबसे पहले अभय गुप्ता का क्षत-विक्षत हालत में शव मिला। इसके बाद मलबे से दो महिलाओं के शव और निकाले गए। उनका शरीर बुरी तरह से जला हुआ था।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दमोह के इमलाई फैक्ट्री क्षेत्र में बारूद संग्रहण की परमिट थी, लेकिन फैक्ट्री मालिक अवैध रूप से अपने घर के पिछले इलाके में बारूद से पटाखा निर्माण करवा रहा था।

एसपी सुनील तिवारी का कहना है कि पटाखा फैक्ट्री अवैध रूप से संचालित हो रही थी। मामले में मजिस्ट्रियल जांच करवाई जा रही है। पुलिस लाइसेंस वाली फैक्ट्रियों की मॉनिटरिंग करती है। यह अवैध रूप से संचालित हो रही थी।