नहीं लुभा पाया किसानों को लॉलीपॉप, पंजाब के खिलाड़ी लौटाएंगे अवार्ड

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वार्ता में किसान नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा कमेटी गठन का प्रस्ताव ठुकराया

आंदोलनरत किसान प्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार के लॉलीपॉप को ठुकरा दिया और वार्ता बेनतीजा रही। इधर किसानों का प्रदर्शन और जोर पकड़ने लगा है। पंजाब के करीब 150 खिलाड़ियों ने अपने पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड लौटने की घोषणा की। पंजाब से कई और किसान और हरियाणा से खाप आंदोलन के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं। किसानों ने कहा है कि माँग पूरी होने तक वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।

बतायावार्ता के नाम पर नाटक

कृषि क़ानून किसानों के हित में राग अलापने और कमेटी गठन के प्रस्ताव को किसान नेताओं द्वारा ठुकराने के बाद सोमवार को केंद्र सरकार के साथ किसान संगठनों की वार्ता बिना किसी ठोस परिणाम के समाप्त हो गयी। अब 3 दिसंबर को फिर अगले दौर की बातचीत होगी।

बैठक में किसान संगठनों की ओर से एक बात साफ कर दी गयी कि केंद्र सरकार पहले इन तीनों काले कानूनों को वापस ले या स्थगित कर दे तभी कोई ठोस बातचीत होगी। साथ ही किसान संगठनों ने केन्द्रीय कृषि मंत्री द्वारा पाँच सदस्यीय कमेटी गठन के प्रस्ताव को भी ख़ारिज कर दिया है।

भावनात्मक अपील का असर नहीं

मीटिंग में शामिल रहे प्रतिनिधियों के मुताबिक पहले दौर में कृषि मंत्री और रेल मंत्री ने किसानों को समझाने की कोशिश की कि ये क़ानून खेती और किसानों के हित में है। लेकिन किसान प्रतिनिधियों ने इस दलील को एक सिरे से ख़ारिज कर दिया।

किसानों ने साफ़ कर दिया कि वे यहाँ से खाली हाथ नहीं लौटेंगे या तो समाधान होगा या गोली मिलेगी। किसानों का प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा।

पंजाब के खिलाड़ी लौटाएंगे अपने अवार्ड

पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड सम्मानित सहित पंजाब के कई पूर्व खिलाड़ियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि दिल्ली कूच के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ‘बल’ प्रयोग के विरोध में वे अपना पुरस्कार लौटाएंगे।

पंजाब के तकरीबन 150 खिलाड़ी अपने सभी पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड लौटाएंगे। इन खिलाड़ियों में पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड विजेता पहलवान करतार सिंह, अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित खिलाड़ी सज्जन सिंह चीमा और अर्जुन अवॉर्ड से ही सम्मानित हॉकी खिलाड़ी राजबीर कौर शामिल हैं।

इन खिलाड़ियों ने कहा कि पाँच दिसंबर को वे दिल्ली जाएंगे और राष्ट्रपति भवन के बाहर अपने पुरस्कार रखेंगे। पाँच दिसंबर को पूर्व खिलाड़ी दिल्ली की सीमा पर हो रहे किसानों के प्रदर्शन में भी शामिल होंगे।

उन्होंने दिल्ली कूच कर रहे किसानों को रोकने के लिए केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार द्वारा पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले छोड़ने की निंदा की।