महीनों से आर्थिक स्थिति खराब
राजस्थान की राजधानी जयपुर के कानौता थाना क्षेत्र के जामडोली इलाके में दिल दहलानेवाली एक घटना में एक दंपति और उनके दो बेटों ने फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। परिवार के मुखिया यशवंत सोनी (45) एक ज्वैलरी व्यवसायी थे और अच्छी कमाई कर रहे थे लेकिन कोरोना महामारी के दौरान पिछले छह महीनों में उनकी आर्थिक स्थिति गिरती गई।
कानौता थाना क्षेत्र के जामडोली इलाके की राधाविहार कॉलोनी में यशवंत सोनी (45), उनकी पत्नी ममता (40) और दो बेटों— अजीत (23) भरत (23) ने शुक्रवार रात को अपने घर में अलग अलग जगहो पर पंखों से लटकर आत्महत्या कर ली। शनिवार सुबह जब यशवंत सोनी का भाई घर गया तो मामले के बारे में पता चला।
यशवंत सोनी के भाई के कई बार प्रयास करने के बाद भी जब घर का दरवाजा नहीं खुला तो उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बताया कि यशवंतज सोनी ने कुछ लोगो से ब्याज पर उधार धन ले रखा था लेकिन वह उधार लौटाने की स्थिति में नहीं था। उसी समय उसने कुछ लोगो को धन उधार दे दिया और उनसे रकम वसूल नहीं कर सका।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पूर्व) मनोज चौधरी ने बताया कि सोनी के घर से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है जिसमें सोनी ने कहा कि वह आर्थिक मुद्दों के कारण परेशान था। उन्होंने बताया कि सोनी और उसके दोनो लडके मकान के हॉल के पंखों से लटकते पाये गये जबकि सोनी की पत्नि ममता (40) उनके कमरे में लटकी पायी गई।
उन्होंने बताया कि महिला की आंखों पर पट्टी थी जबकि दोनो बेटों के पांव बंधें हुये थे। अधिकारी ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि अजीत और भरत ने पहले आत्महत्या की और उसके बाद मां ममता ने यह कदम उठाया और उसके बाद यशवंत सोनी ने अपनी जिदंगी को समाप्त किया।परिवार दो मंजिला घर में रहता था और वे सभी अच्छी जीवनशैली अपना रहे थे।
पुलिस ने कहा कि जाचं से साफ होगा कि सोनी के कितना धन उधार ले रखा था और कितना धन उधार दे रखा था लेकिन प्रारंभिक जांच से पता चला है कि कुल रकम लगभग एक करोड रूपये के करीब हो सकती है। पडोसियों ने बताया कि उधार देने वाले अक्सर उनके घर के सामने शोर मचाते थे जिसके कारण परिवार को आघात पहुंचा है।
एक पडे़ासी ने बताया कि तीन चार लोग सोनी के घर आये आये थे और उन्होंने परिवार वालों के साथ गाली गलोज की थी। कॉलोनी में शायद अपनी बेइज्जती होने के कारण परिवार ने यह कदम उठाया है जिसने सबको अचंबित कर दिया है। चौधरी ने बताया कि लेन देन के मामलें में चार पांच लोगो से पूछताछ की गई है।
उन्होंने बताया कि सोनी ने अपने सुसाइड नोट में एक राजेन्द्र पर आरोप लगाया है और मामले की जांच की जा रही है। सोनी के बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। उनमें से एक ने नीट की परीक्षा दी थी। शवों को नजदीगी अस्पताल ले जाया गया है जहां कोविड 19 की जांच करवाई गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाही की जायेगी।
जनसत्ता से साभार