शाहीनबाग संघर्ष में मज़दूर यूनियनों ने प्रदर्शित की एकजुटता

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दिल्ली का मज़दूर वर्ग उतरा शाहीनबाग संघर्ष के समर्थन में, धरनारत महिलाओं का बढाया हौसला

दिल्ली, 1 मार्च। दिल्ली के विभिन्न ट्रेड यूनियन एक साथ शाहीन बाग में, धारा 144 व संघियों द्वारा लगातार दी जा रही धमकियों के बावजूद, पहुँचे और मेहनतकश की संग्रामी एकजुटता प्रदर्शित की। यूनियनों ने धरने का समर्थन व्यक्त करते हुए, तमाम क्रांतिकारी और अमन-भाईचारे की बात करने वाले गीत प्रस्तुत कर प्रदर्शनकारियों का हौसला बढ़ाया।

इस एकजुटता अभियान में IFTU, संग्रामी मज़दूर यूनियन, इंकलाबी मज़दूर केंद्र, IFTU (सर्वहारा) आदि शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में महिलाएं लगातर धरने पर हैं। सैकड़ों महिलाएं बीच सड़क पर अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ धरने पर बैठी हैं। सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में 15 दिसंबर को जामिया नगर में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद से शाहीन बाग इलाके में विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश की एक बड़ी आबादी सड़कों पर है।

गौरतलब है कि दिल्ली के उत्तर-पूर्व इलाके में एक समुदाय विशेष को निशाना बनाकर एकतरफा हमला हुआ। दंगाइयों के हमलों से भड़ककर सीएए-एनआरसी-एनपीआर प्रतिरोघ को हिंसक साबित करने का कुचक्र रचा गया। वे किसी भी कीमत पर शाहीन बागों से उठी आवाज़ को फासिस्ट तरीके से खामोश कर देना चाहते हैं, खून और राख की ढेरी में दबा देना चाहते हैं।

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