यूनियन नेताओं ने कहा कि नए लेबर कोड मजदूरों का शोषण वाले हैं। इसमें मालिकाना हक फैक्ट्री के मालिक के हाथ में होगा जो जब चाहेगा मजदूरों को बाहर का रास्ता दिखा सकता है।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए बिल को मजदूरों के विरुद्ध बताते श्रमिक समन्वय समिति ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है। इसको लेकर डेहरी रेलवे कर्मचारी यूनियन ऑफिस के प्रांगण में बैठक किया और इस बिल का विरोध करने का निर्णय लिया है। श्रमिक नेता नागेश्वर प्रसाद ने बताया कि केंद्र सरकार श्रमिक विरोधी कार्य कर रही है।
इसके द्वारा लाए गए श्रमिकों का बिल मजदूरों के विरोध में है। बताया कि इस बिल में बहुत सारी कमियां हैं। यह बिल मजदूरों का शोषण वाला बिल हैैैै। यूनियन नेता ने कहा इसमें मालिकाना हक फैक्ट्री के मालिक के हाथ में होगा जो जब चाहेगा मजदूरों को बाहर का रास्ता दिखा सकता है।
यूनियन नेताओं ने कहा कि इस बिल को रद्द करने के लिए 6 मार्च को कन्वेंशन होगी जिसमें सभी संगठन के लगभग 200 प्रतिनिधि भाग लेंगे। सभी के सहयोग से गोष्ठी ,नुक्कड़ सभा, मशाल जुलूस ,प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। पोस्टर, पर्चा ,बैनर एवं दीवार लेखन भी किया जाएगा। केंद्र सरकार के विरुद्ध आंदोलन का रूपरेखा तैयार कर इस बिल को रद्द कराने के लिए सभी संगठन आंदोलन करने को बाध्य हैं।
दैनिक भास्कर से साभार