कोविड-19/लॉकडाउन से कर्मचारियों की छंटनी हुई तेज

Chhantani

उबर कैब से लेकर जोमैटो तक कर्मचारी हुए बाहर

कोविड-19 महामारी के चलते हुए लॉकडाउन का असर विभिन्न व्यवसायों पर हुआ है, जिसकी गाज कर्मचरियों पर गिराने लगी है। कई बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में जहाँ उबर कैब दुनिया भर में 3,700 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है, वहीँ खान-पान से संबंधित ऑनलाइन सेवाएं देने वाली कंपनी जोमैटो ने 13 फीसदी छंटनी और 50 फीसदी वेतन कटौती करने जा रही है।

उबर कैब ने 3,500 कर्मचारियों को निकाला

दुनियाभर के देशों द्वारा लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद अपनी सेवाएं दोबारा शुरू करने वाली कैब सेवा प्रदाता उबर ने 3,500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, उबर के फीनिक्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की प्रमुख रफिन शेवलॉ ने कर्मचारियों को जूम ऐप के माध्यम से कॉल किया और कहा कि आज आपका आखिरी दिन है।

उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि यह सुनना कितना मुश्किल है। कोई भी ऐसी कॉल नहीं लेना चाहता है। हमें आपको जितनी जल्द हो सके उतना जल्द बताने को कहा गया ताकि आपको किसी और माध्यम से इसकी जानकारी न मिले।’

जानकारी के अनुसार, उबर दुनियाभर में अपने 3,700 कर्मचारियों को निकाल रहा है, जो उसके कुल 26,900 कर्मचारियों में से 14 फीसदी है। उबर का यह कदम ऐसे समय पर सामने आया है, जब दुनियाभर में हुए लॉकडाउन के बाद उसका कारोबार लगभग आधा हो गया है और इस साल की पहली तिमाही में उसे 2.9 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।

हांलाकि भारत में तीसरे चरण के लॉकडाउन की शुरुआत होने के साथ ही 4 मई से उबर और ओला ने 100 शहरों में अपनी सेवाएं शुरू कर दी थीं।

जोमैटो में 13 फीसदी छंटनी, 50 फीसदी वेतन कटौती

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, खान-पान से संबंधित ऑनलाइन सेवाएं देने वाली कंपनी जोमैटो ने शुक्रवार को कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी के कारण लगभग 13 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी में लगभग 4,000 कर्मचारी काम करते हैं। इसके साथ ही कंपनी अपने कर्मचारियों की तनख्वाह में अधिकतम 50 फीसदी की कटौती भी करेगी।

जोमैटो के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) दीपिंदर गोयल ने कर्मचारियों को लिखे एक मेल में कहा, ‘कोविड लॉकडाउन के चलते हमारा कारोबार गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। बड़ी संख्या में रेस्टोरेंट स्थायी रूप से बंद हो चुके हैं और हम जानते हैं कि ये बस शुरुआत है। मुझे उम्मीद है कि अगले छह महीने से साल भर के अंदर रेस्टोरेंट की संख्या 25 से 40 फीसदी तक कम होगी। असल में क्या होगा, कोई नहीं कह सकता।’

उन्होंने कहा, ‘हम एक अधिक केंद्रित कंपनी तैयार करना जारी रखेंगे लेकिन हमें अपने सभी कर्मचारियों के लिये पर्याप्त काम मिल पाने की उम्मीद नहीं दिख रही है। हम करीब 13 प्रतिशत कर्मचारियों को आगे अपने साथ रख पाने में सक्षम नहीं होंगे।’

उन्होंने यह भी लिखा है, ‘ऐसे कर्मचारियों को, जिनकी छंटनी की गई है, उन्हें अगले छह महीने तक 50 प्रतिशत वेतन दिया जाएगा। ऐसे कर्मचारियों से हम उम्मीद करते हैं कि वे कंपनी संबंधी काम वापस सौंपने के एक-दो हफ़्तों के बाद अपना पूरा समय और ऊर्जा नई नौकरी खोजने में लगाएंगे।’

गोयल ने यह प्रस्ताव भी रखा है कि जून से आगे कंपनी के सभी कर्मचारियों के वेतन में अस्थायी कटौती की जाएगी। उनका कहना है कि यह कटौती कम वेतनभोगी कर्मचारियों में कम और ऊंचे वेतन पाने वालों के लिए अधिक होगी।

एक रिपोर्ट के अनुसार कोविड के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान जोमैटो और स्विगी कम डिलीवरी स्टाफ और कर्मचारियों के साथ काम तो कर रही हैं, लेकिन इनके काम में 60 फीसदी की गिरावट आयी है।

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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