देश के विभिन्न हिस्सों से किसानों के विशाल दस्ता किसान संसद में शामिल
किसान संसद ने विद्युत संशोधन विधेयक 2020 पर आगे की चर्चा की और कहा कि ऐसे किसान-विरोधी और जन-विरोधी कानून केंद्र सरकार के कॉर्पोरेट-समर्थक चेहरे को उजागर करते हैं। असम, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से किसानों का विशाल दस्ता किसान संसद में शामिल हो रहा है। तिरंगा यात्रा की आड़ में किसानों को भड़काने की भाजपा की नापाक योजना विफल हुई; भाजपा भीड़ जुटाने के लिए 2000 रुपये दे रही है।

विद्युत संशोधन विधेयक पर अंतिम प्रस्ताव जारी
भारतीय संसद के समानांतर किसान संसद के 8वें दिन, विद्युत संशोधन विधेयक पर बहस और कार्यवाही जारी रही। यह संयोग से भारत सरकार द्वारा विरोध कर रहे किसानों को औपचारिक वार्ता के दौरान आश्वासन देने के बावजूद कि वह विद्युत संशोधन विधेयक को वापस ले लेगी, संसद के मानसून सत्र के कार्यावली में सूचीबद्ध है।
किसान संसद द्वारा अनजाने में, इस पर एक प्रस्ताव संसद के सातवें दिन जारी किया गया था, लेकिन एक पूर्ण बहस और विचार-विमर्श पर आधारित अंतिम प्रस्ताव आज जारी किया गया है। किसान संसद ने केंद्र सरकार के किसानों को विद्युत संशोधन विधेयक पेश नहीं करने के अपने स्पष्ट वादे से पीछे हटने पर निराशा जताई और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की।
किसान संसद में देशभर से शामिल हो रहे हैं किसान
किसान संसद में शामिल होने के लिए देश भर से किसान उमड़ रहे हैं। असम के कृषक मुक्ति संघर्ष समिति के किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल आज ओडिशा के प्रतिनिधिमंडल के साथ-साथ किसान संसद में शामिल हुआ। आने वाले दिनों में आंध्र प्रदेश के एपी फार्मर्स एसोसिएशन कोर्डिनेशन कमिटी के तत्वावधान सभी किसान संगठनों के प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होंगे। अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में हजारों किसानों का एक विशाल दल तमिलनाडु से संसद में आ रहा है।
भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन जारी
हरियाणा में किसानों का भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। रविवार को सहाबाद में भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने पहुंचे पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी को काले झंडे दिखाए गए।
भाजपा की नापाक योजना फिर विफल
अब जब किसानों ने तिरंगा यात्रा की आड़ में किसानों को भड़काने की भाजपा की नापाक योजना को विफल हो गई है, तो एक ऑडियो टेप सामने आया है जो बताता है की भाजपा तिरंगा यात्रा, जो सभी इरादे और उद्देश्यों से विफल हो गई है, में शामिल होने के लिए समर्थकों को 2000 रुपये दे रही है। किसान संगठन यह सुनिश्चित करने के लिए संकल्पबद्ध हैं कि विरोध शांतिपूर्ण और अनुशासित रहे और कोई भाजपा के उकसावे में न आएं।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति (249वां दिन, 2 अगस्त 2021)
जारीकर्ता – बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हन्नान मोल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, शिवकुमार शर्मा (कक्का जी), युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव।