किसान आंदोलन : 101वें दिन एक्सप्रेस-वे जाम, विरोध और मुखर

8 मार्च को आंदोलन की बागडोर होगी महिलाओं के हाथों
जनविरोधी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ़ दिल्ली की सरहदों से लेकर देशभर में फैल चुके किसान आंदोलन को शुक्रवार को 100 दिन पूरे हुए। ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ के आह्वान पर किसानों ने केएमपी व केजीपी एक्सप्रेस वे को बंद रखा। दक्षिण भारत में किसानों ने मानव शृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। देश के अन्य हिस्सों में जनता ने काले झंडे लगाकर विरोध जताया।
इस सफल आयोजन के सहारे किसानों ने यह संदेश दिया है कि किसी भी मौसम में लोगों का हौंसला गिरने वाला नहीं है। किसानों का कहना है कि उन्हें बदनाम करने के अनेक प्रयास किये गए पर हर बार सरकार की साजिश को किसानों ने बेनकाब किया है।

किसानों ने दिल्ली को जोड़ने वाले एक्सप्रेस वे केएमपी व केजीपी एक्सप्रेस को दिन में 11 बजे से सायं 4 बजे तक को बंद रखा। इस दौरान जरूरी सेवाओं के वाहनों को नहीं रोका गया। एक्सप्रेसवे पर बैठे किसान ढोल-मंजीरा लिए गाते-बजाते रहे।
इस प्रदर्शन के साथ हज़ारों की संख्या में किसानों ने उन ताकतों को भी जवाब दिया जिनका यह मानना था कि अब मोर्चो पर भीड़ खत्म हो गई है। किसान नेताओं ने कहा है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता और MSP पर कानून नहीं बन जाता, तब तक किसान आंदोलन जारी रखेंगे।

देशभर में हुआ विरोध, किसान आंदोलन से एकजुटता प्रदर्शन
देश के अन्य हिस्सों में जगह-जगह लोगों ने काले झंडे लगाकर और काल रीबन बांध कर काले क़ानूनों का विरोध और किसान आंदोलन का समर्थन जताया। कर्नाटक में गुलबर्गा के बाद बेल्लारी में एमएसपी दिलाओ अभियान चलाया गया।
दक्षिण भारत के कई हिस्सों में किसानों ने मानव शृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। हैदराबाद ने गनपार्क में किसानों व जागरूक नागरिकों ने मानव शृंखला बनाई। तेलंगाना के नालगोंडा में कल किसानों का सम्मेलन हुआ जिसमें 3 खेती कानूनो का विरोध किया गया।
हरियाणा के फरमाणा चौबीसी में किसान नेताओं ने महापंचायत आयोजित कर किसानों ने 3 खेती कानूनो को सिरे से रद्द करने व अन्य मांग रखी। हरियाणा के ही तुर्कियावास व दहिना में कृषि कानूनों का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री का पुतला फूंका गया।

नारायणगंज, मंडला में नेशनल हाईवे मैली चौराहा से भारी संख्या में किसानों ने रैली की शक्ल में तहसील कार्यालय पहुंचकर काले कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। मुरादाबाद जिले के सौंदारा में भी किसानो आम सभा आयोजित की।
लंबे समय तक जनांदोलन में सक्रिय रूप से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार मेजर सिंह का आज निधन होने पर पंजाब की समस्त किसान यूनियनों ने मेजर सिंह को हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की।
‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने 8 मार्च के अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को ‘महिला किसान दिवस’ के रूप में मनाने का ऐलान किया है। किसान मोर्चे ने इस दिन देशभर की महिलाओं से दिल्ली बॉर्डर्स पर पहुंचने की अपील की है। इसके साथ मोर्चे ने महिला संगठनों से भी अपील की है कि वे अपने अपने मंच पर महिला किसान दिवस मनाएं।

खट्टर के खिलाफ वोट देने के लिए विधायकों पर दबाव बनाएं- एसकेएम
हरियाणा विधानसभा में 10 मार्च को मनोहर लाल खट्टर की बीजेपी-जेजेपी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा रहा है। ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ हरियाणा के सभी लोगों से अपील करता है कि वो बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर सभी विधायकों (खासकर बीजेपी और जेजेपी के विधायकों) के पास जाए और उनसे अपील करें कि वो अविश्वास प्रस्ताव में किसान विरोधी बीजेपी-जेजेपी सरकार के खिलाफ वोट डालें।
हरियाणा के सभी विधायकों को यह संदेश देने की जरूरत है कि जो विधायक किसान आंदोलन के इस निर्णायक समय में किसानों के साथ खड़ा नहीं होगा, उस विधायक को जनता आने वाले समय में सबक सिखाएगी।