पुलिस हेड क्वार्टर पर हुए प्रदर्शन के बाद रात 3.30 बजे जामिया के छात्रों को रिहा करना पड़ा।

नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर पुलिस द्वारा बर्बर लाठीचार्ज के बाद दिल्ली के दूसरे विश्वविद्यालय के छात्रों और आम जनता ने गिरफ्तार छात्रों की रिहाई के लिए दिल्ली आईटीओ स्थित पुलिस हेड क्वार्टर के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया।
रात 9:30 बजे से जेएनयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी, अंबेडकर यूनिवर्सिटी और जामिया के छात्र आईटीओ स्थित पुलिस हेडक्वार्टर के सामने इकट्ठे हो गए। रात भर चले प्रदर्शन के बाद पुलिस ने 3:30 बजे गिरफ़्तार छात्रों को छोड़ने की घोषणा की है। पुलिस ने करीब 50 छात्रों को गिरफ्तार किया था जिसमें से 35 छात्रों को कालकाजी थाने में और 15 छात्रों को फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में रखा गया था। वकीलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को थाने में छात्रों से संपर्क करने और घायल छात्रों का इलाज करवाने से भी रोका गया।
कल रात हुए लाठीचार्ज में करीब डेढ़ सौ छात्रों को बुरी तरीके से चोट लगी है जिनका आसपास के अस्पतालों में इलाज चल रहा है और एक छात्र की मौत हो गई है।
जामिया की वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा अख्तर का कहना है की पुलिस बिना इजाजत यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसी और लाइब्रेरी में बैठे छात्रों पर जाकर बुरे तरीके से लाठीचार्ज किया। महिला छात्रों को भी नहीं बख्शा गया है। जो भी हिंसा बढ़ती है उसमें जामिया के छात्रों का हाथ नहीं है यह बाहरी असामाजिक तत्वों द्वारा किया जा रहा है।हमारी रैली शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ रही थी। पुलिस ने छात्रों को लाइब्रेरी से अपराधियों की तरह हाथ खड़े कर बाहर निकाला है। मैं अपने छात्रों के साथ खड़ी हूं।
पुलिस ने इस घटना के बाद दिल्ली के करीब 11 मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया है। जामिया प्रशासन ने 5 जनवरी तक के लिए शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है और कई छात्र अपने घरों को वापस लौट गए हैं। प्रशासन ने सेमेस्टर एग्जाम स्थगित कर दिए हैं।
इस बीच कल रात ही जामिया के छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, आईआईटी बॉम्बे, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, हैदराबाद यूनिवर्सिटी, जादवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता, मौलाना आजाद उर्दू यूनिवर्सिटी के छात्रों ने प्रदर्शन किया। अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में भी रात पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स ने छात्रों पर आंसू गैस के गोले छोड़े, सीधी गोलीबारी की तथा हॉस्टल में घुसकर छात्रों को मारा। छात्रों को 24 घंटे में हॉस्टल खाली करने के लिए कहा गया।
नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी के खिलाफ बंगाल, आसाम तथा उत्तर प्रदेश में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बंगाल में पांच जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है तथा करीब 15 रेलवे स्टेशन और दो लोकल ट्रेनों को नुकसान पहुंचा है। वहीं यूपी में मेरठ सहारनपुर अलीगढ़ लखनऊ में स्थिति काफी संवेदनशील बनी हुई है।
जामिया के छात्रों पर लाठीचार्ज के खिलाफ छात्रों ने ठंड में कपड़े उतार कर प्रदर्शन किया

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों पर एक दिन पहले पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को कड़कड़ाती ठंड में जामिया के प्रवेश द्वार के बाहर कमीज उतारकर प्रदर्शन किया।
छात्रों ने अपने साथियों के साथ मिलकर ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाए और छोटा मार्च निकाला। छात्रों का कहना है कि कल पुलिस ने हमें रात के अंधेरे में पीटा आज हमें दिन के उजाले में भी मार ले।
एक छात्र ने अपनी पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘‘हमारे सहपाठियों को बुरी तरह पीटा गया। पुलिसकर्मी शौचालयों, पुस्तकालयों में घुस आए। उन्होंने लड़कियों को भी पीटा। हमारा प्रदर्शन दिल्ली पुलिस की गुंडागर्दी के खिलाफ है।’’ जामिया के छात्रों ने मामले में पुलिस की भूमिका की सीबीआई जांच की मांग की है।
वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी सोशल साइंस विभाग के सामने छात्रों ने प्रदर्शन किया। छात्रों ने एग्जाम बाय काट करते हुए कल रात जामिया के छात्रों पर पुलिस द्वारा बर्बर लाठीचार्ज के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया।