जयपुर: समझौतों को लागू करने के लिए सफाई कर्मचारी हड़ताल पर; भर्ती मस्टरोल पर कराने की मांग

जयपुर (राजस्थान)। सफाई कर्मचारियों के 24 हजार 797 पदों पर होने वाली भर्ती मस्टरोल पर कराने की मांग को लेकर वाल्मीकि समाज से जुड़े सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इस दौरान राजधानी में न तो सड़कों पर झाड़ू लगी, न डोर टू डोर कचरा संग्रहण हुआ और न ही ओपन कचरा डिपो से कचरा उठाया गया। इसके चलते शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई।

संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के आह्वान पर अवकाश लेकर नगर निगम जयपुर ग्रेटर और हेरिटेज दोनों में सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर रहे। हालांकि, 2018 में भर्ती हुए गैर वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों ने मोर्चा जरूर संभाला।

मंगलवार को जयपुर में वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारियों की संयुक्त बैठक में सामूहिक हड़ताल की घोषणा की गयी। संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि हमारी कई मांगें थीं जिसपर कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। जिसे लेकर अब धरना प्रदर्शन जारी है। सफाई कर्मचारियों की भर्ती मस्ट्रोल पर किये जाने सहित कुल पांच मांगें इसमें शामिल हैं। 

संयुक्त सफाई कर्मचारी संघ और वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि 23 जनवरी 2024 को सरकार के साथ हुए समझौते के तहत भर्ती की जाए। घोषणा की गई है कि जब तक भर्ती पूरी नहीं हो जाती, तब तक जयपुर में कचरा संग्रहण नहीं होगा।

सफाई कर्मचारियों के हड़ताल के चलते राजधानी में जगह-जगह ओपन कचरा डिपो पर कचरे का अंबार लग गया। अधिकतर वार्ड में हूपर नहीं पहुंचे. हालांकि सफाई कर्मचारियों ने इसका जिम्मेदार सरकार और प्रशासन को ठहराया।

वायादाखिलाफ़ी: हरबार लॉलीपॉप देकर आंदोलन खत्म करवाया

संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि सरकार से बार-बार गुहार लगा रहे हैं कि उनके साथ जो पांच बार समझौता किया गया, उनका क्रियान्वयन करें। पांच बार हड़ताल की गई और उन्हें हर बार सरकारी अधिकारियों ने लॉलीपॉप देकर आंदोलन खत्म करवा दिया, लेकिन भर्ती की जब भी बात आती है तो उसमें वाल्मीकि समाज के लोगों को दरकिनार कर दिया जाता है।

सफाई कर्मियों की मांगे

  1. सफाई कर्मचारी भर्ती प्रैक्टिकल आधार पर की जाए और उसका समय एक साल से ज्यादा न हो।
  2. सफाई कर्मचारी भर्ती प्रैक्टिकल में जो भी अभ्यर्थी का कार्य करें उसके कार्य के परिश्रम का भुगतान मस्ट्रोल के आधार पर किया जाए।
  3. सफाई कर्मचारी भर्ती में प्रैक्टिकल में सफल रहे अभ्यर्थी को एक वर्ष के बाद स्थाई कर्मचारी घोषित किये जाए।
  4. सफाई कर्मचारी भर्ती में परंपरागत सफाई कर्मी कार्य से जुड़े परिवार समाज को प्राथमिकता दी जाए।
  5. सफाईकर्मी भर्ती प्रक्रिया 2012 के अनुसार वाल्मीकि एवं हेला समाज को सीधी नियुक्ति दी जाए।
  6. सफाई कर्मचारी भर्ती में पूर्व में राज्य के नगर निगम, नगर निकायों में सफाई का कार्य किये गए कर्मियों को अतिरिक्त बोनस अंक देकर वरीयता दी जाए की मांग की है।