Tuesday, July 1, 2025
  • मज़दूरनामा
    • संघर्ष
    • मजदूर हादसा
    • श्रमजीवी महिला
    • असंगठित मजदूर
  • श्रम कानून
  • राजनीति / समाज
  • इतिहास
    • विरासत
    • हमारे नायक – नायिकाएं
  • विश्व पटल
  • गैलरी
    • कार्टून/चित्रकथा
    • चित्र कथा
    • वीडियो
    • तस्वीरों में
  • साहित्य
    • कविता
    • कहानी
    • नाटक
    • समीक्षा
    • साहित्य/सिनेमा
  • विशेष
  • दस्तावेज़
  • हम भी पत्रकार
    • हमारे बारे में
    • खबर भेजने हेतु
  • मज़दूरनामा
    • संघर्ष
    • मजदूर हादसा
    • श्रमजीवी महिला
    • असंगठित मजदूर
  • श्रम कानून
  • राजनीति / समाज
  • इतिहास
    • विरासत
    • हमारे नायक – नायिकाएं
  • विश्व पटल
  • गैलरी
    • कार्टून/चित्रकथा
    • चित्र कथा
    • वीडियो
    • तस्वीरों में
  • साहित्य
    • कविता
    • कहानी
    • नाटक
    • समीक्षा
    • साहित्य/सिनेमा
  • विशेष
  • दस्तावेज़
  • हम भी पत्रकार
    • हमारे बारे में
    • खबर भेजने हेतु
No Result
View All Result
No Result
View All Result

टाटा इंस्टिट्यूट में मीडिया पर ‘सरकार विरोधी’ पोस्ट करने से बचने के निर्देश

Mehnatkashadmin by Mehnatkashadmin
April 17, 2022
in अभी अभी, राजनीति / समाज
0
टाटा इंस्टिट्यूट में मीडिया पर ‘सरकार विरोधी’ पोस्ट करने से बचने के निर्देश
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

नई दिल्लीः देश के प्रमुख रिसर्च संस्थानों में से एक टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (टीआईएफआर) ने अपने कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वह सोशल मीडिया पर ‘सरकार विरोधी’ कंटेंट, तस्वीरें और वीडियो करने से बचें क्योंकि इसके गंभीर सुरक्षा परिणाम हो सकते हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, संस्थान ने अपने कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों से भी सोशल मीडिया पर इस तरह के कंटेंट को पोस्ट करने से बचने को कहा है.

टीआईएफआर के रजिस्ट्रार विंग कमांडर जॉर्ज एंटनी (सेवानिवृत्त) ने 13 अप्रैल को लिखे एक पत्र में परमाणु ऊर्जा विभाग द्वारा अधिसूचित टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी (डीएई) कार्यालय और इसकी इकाइयों की तस्वीरें और वीडियो फेसबुक, वॉट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखे गए हैं. टीआईएफआर केंद्र सरकार का एक राष्ट्रीय केंद्र है जो डीएई के तहत काम करता है. यह एक डीम्ड विश्वविद्यालय भी है, जहां भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, गणित, कंप्यूटर विज्ञान और विज्ञान में अनुसंधान भी होते हैं.

इसका मुख्य परिसर मुंबई में स्थित है और पुणे, बेंगलुरु और हैदराबाद में सेंटर हैं. पत्र में कहा गया, ‘यह देखा गया है कि कुछ असंतुष्ट कर्मचारी सोशल मीडिया पर सरकार विरोधी कंटेंट शेयर कर रहे हैं. इन गतिविधियों पर एजेंसियों और विभाग ने आपत्ति जताई है. संस्थान के कर्मचारियों से संस्थान, इसके केंद्रों, फील्ड स्टेशन, आवासीय कॉलोनियों या किसी अन्य सरकारी संपत्ति की तस्वीरें या वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने से दूर रहे, क्योंकि इसके गंभीर सुरक्षा परिणाम हो सकते हैं.’ गौरतलब है कि संस्थान की अपनी वेबसाइट पर परिसर और अनुसंधान सुविधाओं की कई तस्वीरें हैं.

आगे लिखा है, ‘कर्मचारियों को सूचित किया जाता है कि वे सोशल मीडिया पर किसी तरह की सरकार विरोधी कंटेंट को अपलोड नहीं करें. उनके परिवार के सदस्यों को भी इससे अवगत कराना चाहिए.’ हालांकि, पत्र में यह नहीं बताया गया है कि सोशल मीडिया पर सरकार विरोधी सामग्री पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है. इस अधिसूचना को स्वीकार करते हुए टीआईएफआर के निदेशक एस. रामकृष्णन ने कहा कि वह इस पत्र के संबंध में पूछे गए सवालों का सोमवार को जवाब देंगे. सूत्रों का कहना है कि यह पत्र डीएई के निर्देश पर जारी किया गया.

सूत्रों ने कहा, ‘देश के विभिन्न स्थानों पर डीएई स्थापित किए गए हैं. इस पत्र में उल्लेखित तस्वीरें या वीडियो इनमें से किसी भी सेटअप के हो सकते हैं इसलिए सभी सेटअप के लिए सार्वभौमिक निर्देश जारी किए जा सकते हैं. कुछ दिनों में इस पर और स्पष्टता आ सकती है.’ इससे पहले मार्च में द वायर  ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि टाइम्स ग्रुप के स्वामित्व वाली बेनेट यूनिवर्सिटी ने अपने छात्रों और उनके माता-पिता को एक शपथपत्र पर हस्ताक्षर करने का निर्देश दिया था कि वे परिसर के भीतर या बाहर किसी भी प्रकार की ‘राष्ट्र-विरोधी’ या ‘असामाजिक गतिविधि’ में भाग नहीं लेंगे, उसका समर्थन या प्रचार नहीं करेंगे. उससे पहले जून 2019 में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अध्यादेश जारी किया था जिसने नए और मौजूदा निजी विश्वविद्यालयों के लिए यह अनिवार्य कर दिया कि वे ‘राष्ट्र-विरोधी गतिविधि’ में शामिल नहीं होंगे. ज्ञात हो कि सरकारी सेवारत वैज्ञानिकों को केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 – यानी सीसीएस नियम के तहत सरकारी नीतियों के खिलाफ बोलने की अनुमति नहीं है.

हालांकि, 2015 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि ‘ [किसी] विश्वविद्यालय के प्रोफेसर न तो किसी सेवा में हैं और न ही वे संघ के तहत उन्हें कोई प्रशासनिक पद मिला हुआ है, न ही वे स्थानीय या अन्य प्राधिकरण की सेवा में हैं. इसलिए, सीसीएस (सीसीए) नियम केंद्रीय विश्वविद्यालय पर लागू नहीं होंगे.

(द वायर से साभार)

Previous Post

रामनवमी हिंसा के आरोपी घटना के समय जेल में बंद थे

Next Post

विपक्ष के 13 नेताओं ने सांप्रदायिक हिंसा पर चिंता जताई, प्रधानमंत्री की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया

Mehnatkashadmin

Mehnatkashadmin

Related Posts

जब बेइंतहाँ शोषण से तंग अपने “मुलुक” के लिए निकले चाय बागान श्रमिकों का हुआ था भयावह दमन
अभी अभी

जब बेइंतहाँ शोषण से तंग अपने “मुलुक” के लिए निकले चाय बागान श्रमिकों का हुआ था भयावह दमन

May 23, 2025
1
संथारा : 3 साल की बच्ची की मौत लंबे समय तक क्यों सालती रहेगी?
अभी अभी

संथारा : 3 साल की बच्ची की मौत लंबे समय तक क्यों सालती रहेगी?

May 19, 2025
0
नगालैंड की केंद्र से प्रोटेक्टेड एरिया परमिट रद्द करने की अपील, कहा- हमारी स्थिति मिजोरम-मणिपुर से अलग
अभी अभी

नगालैंड की केंद्र से प्रोटेक्टेड एरिया परमिट रद्द करने की अपील, कहा- हमारी स्थिति मिजोरम-मणिपुर से अलग

May 19, 2025
0
यूपी: ऑपरेशन सिंदूर के बाद ‘राष्ट्र-विरोधी’ और ‘भ्रामक’ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कई लोग गिरफ्तार
अभी अभी

यूपी: ऑपरेशन सिंदूर के बाद ‘राष्ट्र-विरोधी’ और ‘भ्रामक’ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कई लोग गिरफ्तार

May 19, 2025
0
यूपी: ऑपरेशन सिंदूर पर ‘राष्ट्र-विरोधी’ और ‘भ्रामक’ पोस्ट करने के आरोप में दो दर्जन से अधिक लोग गिरफ्तार
अभी अभी

यूपी: ऑपरेशन सिंदूर पर ‘राष्ट्र-विरोधी’ और ‘भ्रामक’ पोस्ट करने के आरोप में दो दर्जन से अधिक लोग गिरफ्तार

May 17, 2025
0
सांस्कृतिक समागम में उभरे कई रंग; गीत, नाटक,नृत्य नाटिका आदि विविध संगीतमय प्रस्तुतियां
अभी अभी

सांस्कृतिक समागम में उभरे कई रंग; गीत, नाटक,नृत्य नाटिका आदि विविध संगीतमय प्रस्तुतियां

May 16, 2025
0
Next Post
विपक्ष के 13 नेताओं ने सांप्रदायिक हिंसा पर चिंता जताई, प्रधानमंत्री की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया

विपक्ष के 13 नेताओं ने सांप्रदायिक हिंसा पर चिंता जताई, प्रधानमंत्री की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया

Stay Connected test

  • 23.9k Followers
  • 99 Subscribers
  • Trending
  • Comments
  • Latest
बढ़ते मामलों के बीच राजद्रोह क़ानून की संवैधानिक वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती

बढ़ते मामलों के बीच राजद्रोह क़ानून की संवैधानिक वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती

August 1, 2021
महिला किसानों ने पारित किया अविश्वास प्रस्ताव : ‘मोदी गद्दी छोड़ो, कॉरपोरेट देश छोड़ो’

महिला किसानों ने पारित किया अविश्वास प्रस्ताव : ‘मोदी गद्दी छोड़ो, कॉरपोरेट देश छोड़ो’

August 9, 2021
राजस्थान: 21 वर्षीय महिला को उसके पति द्वारा गांव में निर्वस्त्रकर घुमाने की शर्मनाक घटना

राजकीय दमन के खिलाफ़ बोलने वालों पर छापे और गिरफ्तारियां रोकने की मांग : सीएएसआर

October 16, 2023
लंबे समय से स्थाई कार्य कर रहे वैध नियुक्त कर्मचारी नियमितीकरण के हकदार -सुप्रीम कोर्ट

लंबे समय से स्थाई कार्य कर रहे वैध नियुक्त कर्मचारी नियमितीकरण के हकदार -सुप्रीम कोर्ट

April 29, 2024
आओ देश के मज़दूर इतिहास को जानें!

आओ देश के मज़दूर इतिहास को जानें!

14
आज का दौर और शहीदे आज़म भगत सिंह

आज का दौर और शहीदे आज़म भगत सिंह

10
जहाँ से मज़दूर आंदोलन आगे जायेगा !

जहाँ से मज़दूर आंदोलन आगे जायेगा !

10
श्रम संहिताएं : मज़दूरों को बनायेंगी बंधुआ

श्रम संहिताएं : मज़दूरों को बनायेंगी बंधुआ

8
जब बेइंतहाँ शोषण से तंग अपने “मुलुक” के लिए निकले चाय बागान श्रमिकों का हुआ था भयावह दमन

जब बेइंतहाँ शोषण से तंग अपने “मुलुक” के लिए निकले चाय बागान श्रमिकों का हुआ था भयावह दमन

May 23, 2025
संथारा : 3 साल की बच्ची की मौत लंबे समय तक क्यों सालती रहेगी?

संथारा : 3 साल की बच्ची की मौत लंबे समय तक क्यों सालती रहेगी?

May 19, 2025
नगालैंड की केंद्र से प्रोटेक्टेड एरिया परमिट रद्द करने की अपील, कहा- हमारी स्थिति मिजोरम-मणिपुर से अलग

नगालैंड की केंद्र से प्रोटेक्टेड एरिया परमिट रद्द करने की अपील, कहा- हमारी स्थिति मिजोरम-मणिपुर से अलग

May 19, 2025
यूपी: ऑपरेशन सिंदूर के बाद ‘राष्ट्र-विरोधी’ और ‘भ्रामक’ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कई लोग गिरफ्तार

यूपी: ऑपरेशन सिंदूर के बाद ‘राष्ट्र-विरोधी’ और ‘भ्रामक’ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कई लोग गिरफ्तार

May 19, 2025

Recent News

जब बेइंतहाँ शोषण से तंग अपने “मुलुक” के लिए निकले चाय बागान श्रमिकों का हुआ था भयावह दमन

जब बेइंतहाँ शोषण से तंग अपने “मुलुक” के लिए निकले चाय बागान श्रमिकों का हुआ था भयावह दमन

May 23, 2025
1
संथारा : 3 साल की बच्ची की मौत लंबे समय तक क्यों सालती रहेगी?

संथारा : 3 साल की बच्ची की मौत लंबे समय तक क्यों सालती रहेगी?

May 19, 2025
0
नगालैंड की केंद्र से प्रोटेक्टेड एरिया परमिट रद्द करने की अपील, कहा- हमारी स्थिति मिजोरम-मणिपुर से अलग

नगालैंड की केंद्र से प्रोटेक्टेड एरिया परमिट रद्द करने की अपील, कहा- हमारी स्थिति मिजोरम-मणिपुर से अलग

May 19, 2025
0
यूपी: ऑपरेशन सिंदूर के बाद ‘राष्ट्र-विरोधी’ और ‘भ्रामक’ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कई लोग गिरफ्तार

यूपी: ऑपरेशन सिंदूर के बाद ‘राष्ट्र-विरोधी’ और ‘भ्रामक’ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कई लोग गिरफ्तार

May 19, 2025
0

We bring you the best Premium WordPress Themes that perfect for news, magazine, personal blog, etc. Check our landing page for details.

Follow Us

Browse by Category

  • अभी अभी
  • असंगठित मजदूर
  • कविता
  • कहानी
  • कार्टून/चित्रकथा
  • चित्र कथा
  • तस्वीरों में
  • दस्तावेज़
  • मजदूर हादसा
  • मजदूरनामा
  • राजनीति / समाज
  • विरासत
  • विशेष
  • विश्व पटल
  • वीडियो
  • श्रम कानून
  • श्रमजीवी महिला
  • संघर्ष
  • समीक्षा
  • साहित्य/सिनेमा
  • हमारे नायक – नायिकाएं

Recent News

जब बेइंतहाँ शोषण से तंग अपने “मुलुक” के लिए निकले चाय बागान श्रमिकों का हुआ था भयावह दमन

जब बेइंतहाँ शोषण से तंग अपने “मुलुक” के लिए निकले चाय बागान श्रमिकों का हुआ था भयावह दमन

May 23, 2025
संथारा : 3 साल की बच्ची की मौत लंबे समय तक क्यों सालती रहेगी?

संथारा : 3 साल की बच्ची की मौत लंबे समय तक क्यों सालती रहेगी?

May 19, 2025
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

© 2025 Mehnatkash

No Result
View All Result
  • मज़दूरनामा
    • संघर्ष
    • मजदूर हादसा
    • श्रमजीवी महिला
    • असंगठित मजदूर
  • श्रम कानून
  • राजनीति / समाज
  • इतिहास
    • विरासत
    • हमारे नायक – नायिकाएं
  • विश्व पटल
  • गैलरी
    • कार्टून/चित्रकथा
    • चित्र कथा
    • वीडियो
    • तस्वीरों में
  • साहित्य
    • कविता
    • कहानी
    • नाटक
    • समीक्षा
    • साहित्य/सिनेमा
  • विशेष
  • दस्तावेज़
  • हम भी पत्रकार
    • हमारे बारे में
    • खबर भेजने हेतु

© 2025 Mehnatkash