महंगाई से बदहाल : खाद्य तेल, दाल, गैस बेहाल, पेट्रोल 106 के पार

छीना रोजगार, कमर तोड़ती महँगाई, चुप है मोदी सरकार
आवश्यक खाद्य सामग्रियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। पेट्रोलियम पदार्थों के भाव में लगातार बढ़ रहे हैं। कुछ जगह पावर पेट्रोल 106.31 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। एक महीने में सरसो के तेल, रिफाइंड, रसोई गैस, काबुली चना में बड़ा उछाल आया है।
सीतापुर। कोरोना काल में तमाम दुश्वारियों के बीच महंगाई सितम ढा रही है। महामारी की दूसरी लहर के बाद से अनाज के भाव में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। पिछले एक माह में सरसों का तेल 50 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया है। सोयाबीन, पॉमआयल, रिफाइंड आदि के भाव भी उछल गए हैं। दालों का भाव बढ़ गया है। अरहर की दाल 30 रुपए प्रति किलो महंगी हो गई है।
उरद, मूंग व मसूर के रेट भी आसमान छू रहे हैं। ऐसे में खाने का जायका फीका पड़ने लगा है। दालों के विकल्प के तौर पर सब्जियों का इस्तेमाल बढ़ गया है। कोरोना महामारी अपने साथ परेशानियों का पुलिंदा लेकर आई है। बेड, दवा, ऑक्सीजन, उपकरण आदि को लेकर पहले से ही हाहाकार मचा है। अब रोटी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
अनाज पर महंगाई की मार पड़ गई है। महामारी से बचाने के लिए औद्योगिक इकाइयों से मजदूरों का पलायन जारी है। ऐसे में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। मजदूरों की कमी से ट्रांसपोर्ट व्यवस्था बिगड़ने लगी है। माल एक स्थान से दूसरी जगह तक ले जाने में दिक्कतें आ रही हैं। इन सब वजहों से बाजार की सेहत बिगड़ने लगी है।
कोरोना के बीच महंगाई की बीमारी का मीटर भी जबरदस्त उछल रहा है। दालें 20 से 30 रुपए प्रति किलो महंगी हो गई हैं। गृहणियों को बजट संभालना मुश्किल हो गया है। सिविल लाइंस की रंजना कहती हैं कि इन दिन दोहरा संकट झेलना पड़ा रहा है। लॉकडाउन के चलते परिवार की आय घट गई है। ऊपर से महंगाई बढ़ती ही जा रही है। समझ में नहीं आ रहा है कि बजट को कैसे संभाला जाए।
महंगाई में सब्जियों का राजा आलू हमेशा की तरह प्रजापालक बन गया है। बाजार में आलू का फुटकर भाव 15 से 20 रुपए प्रति किलो चल रहा है। टमाटर के रेट भी राहत भरे हैं। अच्छा टमाटर 10 रुपए प्रति किलो आसानी से मिल रहा है। मजदूरी पेशा लोग फिलहाल आलू टमाटर की रसेदार सब्जी बनाकर दाल के विकल्प के रूप में सेवन कर रहे हैं। परसदा के रामसेवक मौर्य कहते हैं कि लॉकडाउन में काम धंधा बंद हैं। मजदूरी मिल नहीं रही है। किसी तरह उधार व्यवहार लेकर परिवार का पेट पाल रहे हैं। ऐसे में इतनी महंगी दाल कहां खरीद पाएंगे।
कोरोना काल में इम्युनिटी को बनाए रखना जरूरी है। इम्युनिटी बनाए रखने के लिए प्रोटीन जरूरी है। डॉ. प्रदीप पांडेय बताते हैं कि शाकाहारी भोजन में दालें प्रोटीन का प्रमुख स्रोत हैं। इसलिए भोजन में कोई न कोई दाल अवश्य लें। अरहर, उरद व मूंग की दाल अगर पहुंच मेें न हो तो चना व मटर की दाल का सेवन करें। इनसे भी सेहत को बनाए रखने भर को प्रोटीन मिल जाएगी। उन्होंने कहा, मांस और अंडा में भी पर्याप्त प्रोटीन रहता है, लेकिन संक्रमण के दौर में मांसाहार से दूरी बनाए रखना श्रेयस्कर है।
एक माह में प्रति किलो में उछाल
अनाज भाव तब अब
सरसों का तेल 120 170
रिफांइड 130 165
तुअर 90 110
उरद 80 95
चना 60 75
मूंग 80 90
मटर 60 65
मसूर 70 80
वनस्पति घी 120 150
अमर उजाला से साभार