पंतनगर: शोक सभा में मज़दूर नेता कॉमरेड जे. पी. सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया

jpsingh_shraddhanjali

शोषण उत्पीड़नकारी व्यवस्था के खिलाफ एक नया समाज बनाने के साथी जे पी सिंह के मिशन व मजदूर मेहनतकश जनता को संगठित कर संघर्षों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया।

पंतनगर (उत्तराखंड)। दिवंगत मज़दूर नेता कॉमरेड जे पी सिंह की याद में पंतनगर विश्वविद्यालय में हुई। ठेका मजदूर कल्याण समिति के केंद्रीय सचिव रहे जे पी सिंह की शोक सभा में दो मिनट का मौन रखकर उनको पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।

रामलीला मैदान पंतनगर में 3 जुलाई को हुए शोक सभा का आयोजन ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर एवं इंकलाबी मजदूर केन्द्र तथा प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र व प्रगतिशील भोजन माता संगठन द्वारा किया गया।

मालूम हो कि दिनांक 27 जून 2022 को कॉमरेड जे पी सिंह, की असमय मृत्यु हो गई। 24 जून 2022 शाम को अचानक सिरदर्द हुआ, ब्रेन हैमरेज के बाद दिल्ली निजी अस्पताल में भर्ती थे। वह अपने पीछे पत्नी, बेटा और बेटी, बूढ़ी मां को छोड़ गए हैं। उनका जन्म 30 जुलाई 1959 को पंतनगर में ही हुआ था। वे 1995 से 2019 तक पंतनगर विश्वविद्यालय में हास्टल मैनेजर के पद पर कार्यरत रहे।

वक्ताओं ने कहा कि कॉमरेड जे. पी. सिंह ने अपनी नियमित नौकरी की परवाह किए बिना वर्ष 2009 में पंतनगर में ठेका मज़दूर कल्याण समिति की स्थापना में अपने को प्रस्तुत किया। समिति के राष्ट्रीय सचिव रहते हुए पंतनगर के ठेका मजदूरों के आंदोलनों का नेतृत्व करते रहे। ठेका मजदूरों को श्रम कानूनों द्वारा देय विभिन्न सुविधाओं और नियमितीकरण के लिए हमेशा संघर्षरत रहे। जिससे ठेका मजदूरों ने तमाम सुविधाएं हासिल करने में सफ़लता पाईं। 

वक्ताओं ने कहा कि कॉमरेड जनविरोधी साम्राज्यवादी सरकारों के व नयी आर्थिक नीतियों के विरोधी थे। इन गतिविधियों के दौरान शासन-प्रशासन का दमन झेला पुलिस की लाठियां व जेल का सामना किया। मजदूर वर्ग के सच्चे सिपाही की तरह जीवन के अंतिम क्षण तक चट्टान की तरह डटे रहे।

वक्ताओं ने कहा कि बीते 24 जून को मोदी सरकार द्वारा लागू किया गया “अग्नि पथ” योजना के खिलाफ पनतागर में आयोजित सभा, पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल हुए, कार्यक्रम का समापन किया। वह सरकार की जनविरोधी नीतियो के विरोधी थे। अपने साथियों के प्रति बहुत ही संवेदनशील, कॉमरेड़ाना व्यवहार था।

शोषण उत्पीड़नकारी व्यवस्था के खिलाफ एक नया समाज मजदूर राज समाजवाद बनाने का सपना साथी जे. पी. सिंह देखते थे। पैनी दूर दृष्टि, मजदूरों के ईमानदार, अच्छे मित्र, हंसमुख चेहरा, मृदुभाषी, कार्य के महत्व की समझ, आकर्षित करने, अपना बनाने की क्षमता, निश्चल, सरल स्वभाव, विनम्र व्यवहार, कुशल वक्ता थे। यह मज़दूर आंदोलन की बड़ी क्षति है।

वक्ताओं ने शोषण उत्पीड़नकारी व्यवस्था के खिलाफ एक नया समाज बनाने के साथी जे पी सिंह के मिशन व मजदूर मेहनतकश जनता को संगठित कर संघर्षों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

श्रद्धांजलि कार्यक्रम में ठेका मजदूर कल्याण समिति से मनोज, राशिद, रमेश, आदि, क्रान्तिकारी लोक अधिकार संगठन से शिवदेव सिंह, टी आर पाण्डेय, प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र से बिंदु , मीना, पुष्पा, इंकलाबी मजदूर केन्द्र से अभिलाख, दिनेश, विकास, श्रवण कुमार, मजदूर सहयोग केन्द्र से हरेन्द्र सिंह, इन्टरार्क मजदूर संगठन पंतनगर से नरेन्द्र मणि त्रिपाठी, परिवर्तनकामी छात्र संगठन लालकुआं से पिंकी, रुद्रपुर से आये समाजसेवी सुब्रत विश्वास, प्रगतिशील भोजनमाता संगठन से विनीता, सुनीता आदि ने संबोधित किया।

भूली-बिसरी ख़बरे