गैरकानूनी बर्खास्तगी के ख़िलाफ़ संघर्ष जारी रखने का संकल्प
हरिद्वार (उत्तराखंड)। हीरो मोटोकॉर्प, हरिद्वार के प्रबंधन के अन्याय के ख़िलाफ़ 3 वर्षों से संघर्षरत श्रमिक अरुण कुमार सैनी ने प्रबंधन और श्रम अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि गलत का विरोध करने के कारण प्रबंधन ने उन्हें 3 सालों से गैरकानूनी रूप से बाहर कर रखा है।
श्रमिक अरुण कुमार सैनी ने ‘मेहनतकश’ को बताया कि वे 11 वर्षों से हीरो मोटोकॉर्प कंपनी हरिद्वार में कार्य कर रहा था। मात्र 2 लड़कों की शिकायत पर कंपनी प्रबंधन ने उनको 23 सितम्बर, 2017 को फर्जी आरोपों में निलंबित किया और फर्जी जाँच कर उन्हें बर्खास्त कर दिया।
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जबकि शिकायत करने वाले दोनों लड़के कंपनी में गैरकानूनी यूनियन बना रहे थे और गैरकानूनी तरीके से कर्मचारियों के घर जाकर रजिस्टर में हस्ताक्षर करा रहे थे, जिसका उन्होंने विरोध किया था। इस मामले की शिकायत पर श्रम अधिकारी न्याय दिलाने की जगह प्रबंधन की ही भाषा बोलते रहे।
मुख्यमंत्री के आदेश पर भी कार्यवाही नहीं
हीरो मोटोकॉर्प कंपनी द्वारा उनको 18 महीने तक जांच के नाम पर यातनाएं दी गई, उनका मानसिक आर्थिक उत्पीड़न किया गया। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री उत्तराखंड से मिलकर अरुण कुमार ने की।

मुख्यमंत्री उत्तराखंड में श्रम सचिव को जांच के आदेश दिए और उचित कार्यवाही के आदेश दिए। लेकिन श्रम अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए आदेश को रद्दी में डाल दिया।
अरुण सैनी का कहना है कि जब सूबे के मुख्यमंत्री के आदेशों को ही अधिकारी नहीं मानते तो आम जनता न्याय के लिए कहाँ जाएगी? आम जनता का सरकार से विश्वास उठ जाएगा। इस संदर्भ में 26 अगस्त को प्रार्थी अरुण सैनी ने श्रम सचिव उत्तराखंड को एक चिट्ठी लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।

सूचना अधिनियम की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं श्रम अधिकारी
अरुण कुमार ने लोक सूचना अधिनियम के तहत उप श्रमायुक्त, हरिद्वार के समक्ष 11/05/2019 को आवेदन दिया। तबसे पूरी सूचना देने की जगह आवेदन श्रम भवन हरिद्वार से हल्द्वानी तक घूमता रहा। उनकी पहली अपील पर उत्तराखंड के श्रमायुक्त ने निर्देश दिए लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। जिसपर उन्होंने राज्य सूचना आयोग में अपील की।
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सूचना आयोग अध्यक्ष देहरादून जेपी ममगई की अध्यक्षता में अपील पर ऑनलाइन सुनवाई हुई। जिसमें उप श्रम आयुक्त हरिद्वार मधु सिंह नेगी चौहान, सहायक श्रम आयुक्त अरविंद सैनी हरिद्वार, अपीलकर्ता अरुण सैनी सलेमपुर राजपूतान रुड़की व सूचना आयोग अध्यक्ष श्री जेपी ममगई उपस्थित रहे।
जब आयोग के अध्यक्ष ने उप श्रम आयुक्त हरिद्वार को आरटीआई की नियमावली पढ़ने के आदेश दिए तो डीएलसी हरिद्वार बोली कि मैं छुट्टी पर हूं और फोन काट दिया। फिर अध्यक्ष महोदय ने डीएलसी को फोन कर खरी खोटी सुनाई और अपने काम के प्रति आलसी व कमजोर पाया और अपीलकर्ता को सूचना उपलब्ध कराने के लिए सख्त हिदायत और आदेश दिया।

संघर्ष रहेगा जारी…
श्रमिक अरुण कुमार का कहना है की श्रम विभाग की मिली भगत से प्रबंधन की गैरकानूनी हरकतों को बल मिला हुआ है और उनकी कार्यबहाली नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि वे अपने हक़ को हासिल करने तक संघर्ष जारी रखेंगे। उनकी मुख्य माँग सवेतन कार्यबहाली की है।