एक दिन पहले आंगनवाड़ी कार्यकर्ता करनाल प्रवास पर सीएम का घेराव करने निकले थे। आज विधानसभा घेराव के लिए जाते समय पुलिस के लाठीचार्ज से कई महिलाओं को चोट लगी।
पंचकूला। हरियाणा विधानसभा का घेराव करने निकलीं आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर को वृहस्पतिवार को रायपुर रानी के नजदीक नेशनल हाइवे पर पुलिस ने बर्बरता से रोक लिया। ये लोग पैदल ही विधानसभा की तरफ निकली थीं। पुलिस ने उन्हें बरवाला के मौली के पास रोक लिया। सैकड़ों हड़ताली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को पुलिस ने हिरासत में लिया।
आंदोलनकारी महिलाओं को पंचकुला-यमुनानगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बरवाला टोल प्लाजा पर हरियाणा पुलिस के हल्के लाठीचार्ज का भी सामना करना पड़ा, जिसके कारण यूनियन के कम से कम एक सदस्य को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। जबकि कई अन्य को हल्की चोट आई है।
आंगनवाड़ी कर्मियों के प्रस्तावित विधानसभा मार्च को रोकने के लिए पुलिस ने ये कार्रवाई की, हरियाणा पुलिस किसी भी सूरत में इन कर्मियों को चंडीगढ़ नहीं पंहुचने नहीं देना चाहती थी। यूनियन ने गुरुवार को आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें मार्च में शामिल होने से रोकने के लिए कई जगह बल प्रयोग भी किया।
एक दिन पहले आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर करनाल प्रवास पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का घेराव करने निकले थे। आज दूसरे दिन हरियाणाभर से आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन अपनी मांगों को लेकर विधानसभा घेराव करेंगी।
चंडीगढ़ में राज्य विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन करने से पहले गुरुवार की सुबह, पिछले साल 8 दिसंबर से हड़ताल पर चल रही हरियाणा आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन के नेतृत्व में, सभी महिला कर्मचारियों को पंचकुला बस स्टैंड के पास एक पार्क में इकट्ठा होना था।
हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र बुधवार को शुरू हो गया था। प्रदर्शनकारी मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार पर उनकी मांगों को तुरंत स्वीकार करने के लिए दबाव डाल रहे हैं, जिसमें कई माँगो के अलावा, उनके मासिक मानदेय में वृद्धि शामिल है। 2018 में केंद्र सरकार द्वारा उन्हें वेतन वृद्धि का वादा किया गया था। लेकिन अभी तक वाद पूरा नहीं हुआ है।
हालांकि, बुधवार देर रात जारी एक प्रेस बयान में, यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को ले जाने वाले वाहनों को “जब्त कर लिया गया है।” बयान में कहा गया है कि पलवल, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ सहित विभिन्न जिलों में कई कार्यकर्ताओं और सहायकों को भी हिरासत में लिया गया है।
गुरुवार को आंगनवाड़ी कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का 86 वां दिन था, जिससे हरियाणा के 22 जिलों में लगभग 26,000 सरकारी डेकेयर केंद्रों का संचालन ठप हो गया है। हजारों की संख्या में एकत्रित, हड़ताली महिलाओं ने पिछले महीने की शुरुआत में करनाल में सीएम खट्टर के आवास के पास एक महापड़ाव किया था।
21 फरवरी को हुई हड़ताली यूनियन नेताओं और राज्य सरकार के अधिकारियों के बीच वार्ता का अंतिम दौर छठी बार भी असफल रहा।