हरियाणा: विभिन्न माँगों के साथ सफाई कर्मचारियों की हड़ताल और भूख हड़ताल जारी

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कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने, वेतन बढ़ोतरी और सुरक्षा उपकरणों को देने की मांग। हरियाणा सरकार पर समझौते से मुकरने का भी लगाया आरोप।

गुड़गांव। सरकार की वादाखिलाफी व अफसरशाही के खिलाफ हरियाणा में सफाई कर्मचारी पूरे हरियाणा राज्य में आंदोलन की राह पर हैं। सफाई कर्मचारियों को दमकल विभाग का भी साथ मिला है। सफाई कर्मचारी 38 दिनों से हड़ताल पर और 27 मार्च से भूख हड़ताल पर हैं।

इसी क्रम में शनिवार को गुरुग्राम नगर निगम मुख्यालय पर भी सफाई कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन और क्रमिक भूख हड़ताल अनवरत जारी है। सफाई कर्मचारियों ने काले झंडे व उल्टी झाड़ू हाथों में लेकर बीके चौक से नीलम चौक तक आक्रोश प्रदर्शन भी किया।

नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा ने चेतवनी दी है कि यदि सरकार ने 4 अप्रैल तक मानी गई मांगों के पत्र जारी नहीं किए तो राज्य कमेटी की बैठक बुलाकर बड़े आंदोलन का ऐलान होगा।

सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि काफी समय से सरकार के सामने माँगों को रखा गया, लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया है। सफाई कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी उनकी हड़ताल जारी रहेगी।

ज्ञात हो कि वेतन और बुनियादी संसाधनों सहित विभिन्न माँगों को लेकर हरियाणा के नगर निगम सफाई कर्मचारी 38 दिनों से हड़ताल पर हैं। सरकार की हठधर्मिता के कारण 27 मार्च से कर्मचारी भूख हड़ताल पर हैं।

सरकार समझौते से मुकर गई -संघ

सफाई कर्मचारियों ने सरकार पर उनके साथ हुए समझौते से मुकरने का आरोप लगते हुए कहा कि बार-बार शिकायत के बावजूद कोई समाधान नहीं हुआ। बीते कई दिनों से कर्मचारी लगातार भूख हड़ताल पर हैं। जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। लेकिन सरकार बेसुध है।

नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा ने कहा कि बीते दिनों 11 दिन की लगातार हड़ताल के बाद सरकार से समझौता वार्ता हुई थी और सरकार ने मांगों को लेकर एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया था, लेकिन उसे आज तक लागू नहीं किया गया है। जिसके रोष स्वरूप प्रदेश भर के सफाई कर्मचारी और अग्निशमन विभाग के कर्मचारी एक बार फिर से मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं।

कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए स्पष्ट शब्दों में ये चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने 4 अप्रैल तक माँगपत्र पर संतोषजनक कार्रवाई नहीं की, तो इस बार उनका आंदोलन आर-पार का होगा। बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। शहर का चक्का जाम किया जाएगा।

प्रमुख माँगें-

कर्मचारी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने, ठेके पर कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों को पेरोल पर करने, वेतन बढ़ोतरी और सुरक्षा उपकरणों को देने आदि की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों ने कहा कि जबतक उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।