हरियाणा : 31 अक्तूबर को मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेशभर से हटाए गए कर्मचारी करेंगे प्रदर्शन

माँग : सभी सरकारी विभागों, बोर्डों, निगमों, पालिकाओं, परिषदों, विश्वविद्यालयों, कालेज, सोसायटी, पंचायती राज आदि में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए।
जींद। प्रदेशभर से कच्चे कर्मचारी, विभिन्न विभागों से हटाए गए कर्मचारी 31 अक्तूबर को करनाल में मुख्यमंत्री के निवास पर प्रदर्शन करेंगे। इसमें हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ भी भाग लेगा।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की बैठक शिव कॉलोनी स्थित अक्षर भवन में हुई। इसकी अध्यक्षता राज्य कोषाध्यक्ष संजीव सिंगला ने की और संचालन जिला उपप्रधान महेंद्र गौतम ने किया। बैठक में राज्य ऑडिटर वेदपाल रिढ़ाल ने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के नेतृत्व में 31 अक्तूबर को करनाल में मुख्यमंत्री के निवास पर प्रदेशभर से कच्चे कर्मचारी, विभिन्न विभागों से हटाए गए कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे। इसमें हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ भी भाग लेगा।
उन्होंने कहा कि घेराव की तैयारी की समीक्षा करते हुए व करनाल पहुंचने का आह्वान किया जाएगा। अध्यापक नेताओं ने कहा कि सभी सरकारी विभागों, बोर्डों, निगमों, नगर निगमों, पालिकाओं, परिषदों, विश्वविद्यालयों, कालेज, सोसायटी, पंचायती राज समेत सभी परियोजनाओं में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की नीति बनाई जाए। पक्का होने तक पे-रोल पर लेकर समान काम समान वेतन लागू करते हुए सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए। पार्ट-2 में लगे सभी कच्चे कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर वार्षिक वेतन वृद्धि भत्ते व अवकाश सहित सेवानिवृत्ति पर पेंशन व ग्रेच्युटी की व्यवस्था लागू की जाए। जिला कोषाध्यक्ष भूप सिंह वर्मा ने कहा कि 30 अक्तूबर को गांव के सफाई कर्मचारी, नगरपालिका, स्कूलों के सफाई कर्मचारी व अन्य विभागों के सभी सफाई कर्मचारियों की रोहतक कर्मचारी भवन में कन्वेंशन होगी। इसी के साथ पुरानी पेंशन की बहाली के लिए एकमात्र मुद्दे पर एक नवंबर को 2006 के बाद लगे सभी कर्मचारियों की कन्वेंशन भी कर्मचारी भवन रोहतक में रखी हैं। इसमें पुरानी पेंशन बहाली के लिए आगामी आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी। जिला सचिव मामराज जांगड़ा व जिला संगठन सचिव सुनैत गहलोत ने कहा कि बैठक का एक मुख्य एजेंडा 12 दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय पर हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए सघन फील्ड अभियान चलाया जाएगा। सभी विभागों के सभी कर्मचारियों की सांझी मांगो को लेकर 25 सूत्रीय मांगपत्र पर प्रदर्शन होंगे। बैठक में स्कूलों के वोकेशनल टीचर पर हुए लाठीचार्ज व गिरफ्तारियों की निंदा का प्रस्ताव पास करते हुए उनके आंदोलन को समर्थन का ऐलान किया।
नई शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक शिक्षा को आंगनबाड़ियों को एनजीओ को सौंपने की योजना का विरोध करने का भी फैसला लिया गया। नेशनल अचीवमेंट सर्वे के नाम पर बच्चों के कीमती समय को बर्बाद करने की, इसके लिए समुचित व्यवस्था नहीं करने की और एचआरएमएस में डीडीओ द्वारा बदलाव की शक्ति वापस लेने की भी निंदा की गई। इस अवसर पर भूप सिंह वर्मा, सत्येंद्र कुमार, रोहतास आसन, शमशेर कौशिक, सतेंद्र गौतम, रोहतास सरोहा, शमशेर बूरा, सतबीर गहलोत, हैप्पी सिंह व ईश्वर सैनी भी मौजूद रहे।
अमर उजाला से साभार