हरिद्वार: बढा़ हुआ वेतनमान लागू करने के लिए मज़दूर उतरे सड़कों पर; 20 मई को बड़ा प्रदर्शन

नया वेतनमान लागू करो, उत्पीड़न बंद करो, श्रम कानूनों का पालन करो, नये लेबर कोड्स रद्द करो! विभिन्न कम्पनियों के मजदूरों द्वारा सिडकुल के सड़कों पर जुलूस निकालकर हो रहे प्रदर्शन।

हरिद्वार (उत्तराखंड)। संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा के नेतृत्व में हरिद्वार की विभिन्न यूनियनें उत्तराखंड में बढ़ा हुआ न्यूनतम वेतनमान लागू करवाने, श्रम कानूनों के अनुपालन, वेतन समझौते, प्रबंधन की मनमानी पर रोक आदि मुद्दों को लेकर आंदोलित हैं। बुधवार, 15 मई को श्रम भवन पर प्रदर्शन किया। साथ ही 20 मई को बड़े प्रदर्शन का ऐलान किया है।

उल्लेखनीय है कि हरिद्वार में आये दिन मजदूर स्वतः स्फूर्त तरीके से अपनी कंपनियों से निकलकर श्रम विभाग के लिए कूच कर रहे हैं और बढ़े हुआ वेतनमान लागू करवाने और विभिन्न श्रम कानूनों का पालन करवाने के लिए लिखित समझौता करने में सफल हो रहे हैं। संयुक्त मोर्चा, विभिन्न यूनियनें और इंकलाबी मजदूर केन्द्र इनका नेतृत्व दे रहा है।

शिवम ऑटो मज़दूरों का संघर्ष

बुधवार को शिवम ऑटो कंपनी के सैकड़ों मजदूर डैनसो चौक से होते हुए श्रम विभाग तक सात आठ किलोमीटर की रैली निकाल कर आक्रोश दर्ज कराया। नया वेतनमान लागू करो, ओवर टाईम का डबलभुगतान करो, मजदूरों के साथ गाली गलोज करना बंद करो, साप्ताहिक अवकाश दो, श्रम कानूनों का पालन करो, नये लेबर कोड्स रद्द करो… आदि नारे लगते हुए सिडकुल के हजारों मजदूरों को अपने हकों को पाने के लिए प्रेरित किया।

शिवम आटो के मजदूरों की 15 मांगों पर चर्चा हुई और ओवर टाईम का दुगुना भुगतान करवाने, इंजीनियरिंग क्षेत्र का न्यूनतम वेतनमान, पे स्लिप, श्रम कानूनों के अनुसार छुट्टियां एवं कैंटीन की व्यवस्था में सुधार आदि मांगों पर सहमति बनी।

आर एस फुटवियर के मज़दूर

आर एस फुटवियर में मजदूरों को न्यूनतम वेतन ₹6000 दिया जा रहा था। समझौते में 18 तारीक तक वेतन 8 घंटे में 12500 रुपये करने एवं ओवर टाइम का डबल भुगतान करने व अन्य श्रम कानूनों का पालन कंपनी में करवाने, महिला मजदूरों से बदतमीजी करने पर रोक लगाने आदि मांगों पर सहमति बनी। इसके बाद यूस मेटल

आईएमसी की महिला मज़दूर

आईएमसी की महिला मजदूरों द्वारा जमकर नारेबाजी की गई। ठेकेदारों को बाहर किया गया तथा लिखित में न्यूनतम वेतन लागू करवाने एवं ओवरटाइम का डबल भुगतान करवाने और अन्य मामलों पर लिखित वार्ता हुई।

तय हुआ कि उपरोक्त सभी कंपनियों में प्रदर्शन में भागीदारी करने पर किसी की मजदूर का वेतन नहीं कटेगा एवं कमेटी मेम्बर्स के नौकरी के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होगा। लिखित में समझौता के बाद मजदूर खुशी-खुशी वापस अपने घरों को लौटे।

जुलूस प्रदर्शन में इंकलाबी मजदूर केंद्र के हरिद्वार प्रभारी पंकज कुमार एवं जयप्रकाश व दीपक तथा संयुक्त मोर्चा की यूनियन भेल मजदूर ट्रेड यूनियन (BMTU) के उपाध्यक्ष सत्यवीर सिंह, देवभूमि श्रमिक संगठन (HUL)से महामंत्री दिनेश कुमार, संगठन मंत्री ठाकुर सिंह एवं जितेंद्र कुमार, एवरेस्ट इंडस्ट्रीज से तिलक, एवरेडी मजदूर यूनियन के महामंत्री अनिल कुमार कोषाध्यक्ष संजीव कुमार, फूड्स श्रमिक यूनियन (ITC)के कोषाध्यक्ष देवेंद्र सिंह समेत सैकड़ों मजदूर उपस्थित रहे।

20 मई को प्रदर्शन: बढ़ा हुआ न्यूनतम वेतनमान लागू करो!

उत्तराखंड सरकार द्वारा बढ़ाए गए न्यूनतम वेतन का लाभ सभी श्रमिकों को देने, श्रम कानूनों को लागू करने आदि सहित विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त संघर्षील ट्रेड यूनियन मोर्चा हरिद्वार 20 मई को जुलूस और प्रदर्शन का कार्यक्रम करने का ऐलान किया है। मोर्चा द्वारा इस संदर्भ में छपे पर्चे का‌ व्यापक मजदूरों में ‌वितरण किया गया।

संयुक्त मोर्चा की प्रमुख मांगे :

  • सभी कंपनियों में बढ़ा हुआ न्यूनतम वेतन लागू हो
  • पीएफ के सेलिंग प्वाइंट का लाभ मजदूरों को दिया जाए
  • ठेकेदारी प्रथा बंद हो
  • ट्रेनिंग के बहाने बेगारी करने वाली प्रथाएं बंद हो और मजदूरों को स्थाई किया जाए
  • ओवर टाइम का नियमानुसार दुगना भुगतान हो, सभी मजदूरों को वेतन पर्ची दिया जाए
  • साप्ताहिक अवकाश एवं वेतन की गणना 26 दिन के अनुसार हो
  • सभी कंपनियों में मजदूरों को बोनस सुनिश्चित किया जाए
  • मॉडल स्टैंडिंग ऑर्डर के तहत कंपनी में 70 फ़ीसदी स्थाई मजदूर नियुक्त हो
  • स्थाई प्रकृति के कामों को स्थाई मजदूर से कराया जाए
  • ईएसआई की लिमिट ₹21000 से बढ़कर ₹31000 किया जाए!