गोरखपुर: एम्स के 50 जूनियर डाक्टरों की सेवा समाप्ति का नोटिस, नाराज डाक्टरों ने जताया विरोध

जूनियर डाक्टरों ने कहा कि हम लोग सप्ताह में 96 घंटे से अधिक काम करते हैं। नौकरी में कोई गलती नहीं की गई। फिर भी हमें नौकरी से समय पूर्व निकाला जा रहा है।
गोरखपुर। एम्स के 50 जूनियर डाक्टरों (जेआर) की सेवा समाप्त होने वाली है। उन्हें चिकित्सा अधीक्षक ने नोटिस जारी कर दिया है। इसके विरोध में जूनियर डाक्टरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की है। उनका कहना है कि अनुबंध के अनुसार अभी किसी की दो माह तो किसी की छह माह नौकरी शेष है। किसी जूनियर डाक्टर ने नियमों का उल्लंघन भी नहीं किया है। ऐसे में समय पूर्व सेवा समाप्त करना न्यायसंगत नहीं है।
चिकित्सा अधीक्षक डा. मनोज कुमार सौरभ द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि जेआर का अनुबंध अब नहीं बढ़ाया जाएगा। एक महीने बाद उन्हें नौकरी छोड़कर जाना होगा, क्योंकि अब यहां एकेडमिक डाक्टर आएंगे, इसलिए अब इन्हें नहीं रखा जा सकता।
जूनियर डाक्टरों का कहना है कि पिछले महीने 16 मई को अचानक मीटिंग बुलाई गई। उसमें एक महीने का वेतन रोकने व डिग्री जमा करने को कहा गया। हम लोग सप्ताह में 96 घंटे से अधिक काम करते हैं। नौकरी में कोई गलती नहीं की गई। फिर भी हमें नौकरी से समय पूर्व निकाला जा रहा है।
एम्स के मीडिया प्रभारी पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि जूनियर डाक्टरों को एक माह का समय दिया गया है। जुलाई से एम्स में पीजी कोर्स शुरू होगा। पीजी की 50 सीटें हैं, इसलिए हमारे पास एकेडमिक जेआर पर्याप्त मात्रा में मिल जाएंगे।
जागरण से साभार