सभी चाय बागान मज़दूरों को 20% बोनस दो! लॉन्गव्यू चाय बागान मज़दूरों का आंदोलन ज़िन्दाबाद!

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दार्जिलिंग हिल्स के चाय बागान मज़दूर 20% बोनस की न्यायसंगत माँग को लेकर जुझारू संघर्ष कर रहे हैं। लॉन्गव्यू चाय बागान मज़दूरों का रिले अनशन 8 अक्टूबर से जारी है। उधर पश्चिम बंगाल पुलिस ने 30 अक्टूबर को HPEU के दो कार्यकर्ता कॉमरेड प्रसिद्ध राई और सुमित देवान को गिरफ्तार कर लिया। व्यापक दबाव के बीच 2 नवंबर को स्थानीय कोर्ट से उनकी रिहाई हुई।

देश के विभिन्न हिस्सों में कार्यरत स्ट्रगलिङ्ग वर्कर्स कोआर्डिनेशन सेंटर (एसडब्लूसीसी), मज़दूर सहयोग केन्द्र (एमएसके), हिल प्लांटेशन इम्पालाइज यूनियन (एचपीईयू) और संग्रामी घरेलू कामगार यूनियन (एसजीयू) की संग्रामी एकता से निर्मित ‘सेंटर फॉर स्ट्रगलिंग ट्रेड यूनियंस’ (CSTU) ने दर्जलिङ्ग चाय बागान मज़दूरों के पक्ष में बयान जारी किया है।

‘सेंटर फॉर स्ट्रगर्लिंग ट्रेड यूनियंस’ (CSTU) द्वारा जारी बयान-

दार्जिलिंग जिले के गरीधुरा को कुर्सियांग पहाड़ी से जोड़ने वाली पंखाबारी सड़क की तलहटी में स्थित लॉन्गव्यू चाय बागान के 350 मज़दूर 8 अक्टूबर से क्रमिक भूख हड़ताल पर हैं। वे करीब 17 करोड़ रुपये के अपने बकाया की मांग कर रहे हैं, जिसमें पीएफ बकाया, ग्रेच्युटी और यहां तक ​​कि दैनिक वेतन, बोनस आदि का बकाया भी शामिल है।

मालिक गोविंदा गर्ग ने पिछले एक दशक के दौरान धीरे-धीरे मज़दूरों का बकाया भुगतान न करके, पीएफ राशि जमा न करके, यहां तक ​​कि मज़दूरों और कर्मचारियों के वेतन से काटे गए हिस्से को भी जमा न करके बागान को सुनियोजित रूप से बीमार कर दिया है। दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों को धीरे-धीरे बागान से पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिससे श्रमिकों की संख्या 1253 से घटकर मात्र 350 रह गई। पिछले 3-4 वर्षों से कारखाना बंद है।

अब केवल हरी पत्तियों को संदिग्ध तरीके से प्रतिदिन मैदानी इलाकों में ले जाकर बेचा जा रहा है। आधे से अधिक चाय बागान क्षेत्र को झाड़ियों ने कब्जा कर लिया है। जो श्रमिक बच भी गए, वे अपने पूरे भुगतान, पीएफ अंशदान, एलटीए, एरियर, बोनस से वंचित हैं।

17 अगस्त को श्रमिक पहली बार स्वस्फूर्त रूप से अपने नवगठित स्वतंत्र यूनियन हिल प्लांटेशन इम्पालाइज यूनियन (HPEU) के बैनर तले प्रबंधन से अपने बकाया भुगतान के लिए एकत्र हुए। फिर दो सप्ताह के लंबे शानदार संघर्ष के बाद 6 सितंबर को प्रबंधन को श्रमिकों के बकाया (पीएफ के अलावा) का भुगतान लगातार चार महीनों में करने के बारे में त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर होना पड़ा। लेकिन वे सितंबर के पहले महीने में ही पूरा भुगतान करने में विफल रहे।

लंबे समय से प्रतीक्षित बकाया भुगतान न होने और अपेक्षित बोनस का भुगतान न होने से श्रमिकों का गुस्सा बढ़ गया। उन्होंने अपने वार्षिक उत्सव दसाई की पूर्व संध्या पर ‘दसाई हमरो महान चार, 20% बोनस हमरो अधिकार’ का बैज पहनकर क्रमिक भूख हड़ताल शुरू किया।

लॉन्गव्यू के ये वंचित श्रमिक भी अन्य चाय बागान श्रमिकों के साथ 20% बोनस के लिए संघर्ष में शानदार तरीके से शामिल हुए। सिलीगुड़ी में श्रमिक भवन के बाहर बड़ी संख्या में उन्होंने भाग लिया, जबकि बोनस के लिए त्रिपक्षीय वार्ता बैठकें इस बार 20% बोनस की मांग के साथ हुईं।

इस बीच संघर्ष के दौरान, पश्चिम बंगाल पुलिस ने आंदोलन पर अपना अत्याचार शुरू कर दिया। 30 अक्टूबर को उन्होंने HPEU के दो कार्यकर्ता कॉमरेड प्रसिद्ध राई और सुमित देवान को पुलिस ने आंदोलन पर चर्चा के लिए बुलाया, दरअसल, कोई चर्चा नहीं हुई। पुलिस ने उनसे पूछताछ की और फिर उन्हें आंदोलन के पिछले रोड-ब्लॉक कार्यक्रम के लिए पूरी तरह से झूठे आरोप के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कोर्ट में उनकी 10 दिन की हिरासत की मांग की।

कोर्ट ने 3 दिन की पुलिस हिरासत मंजूर की। यह दर्शाता है कि सत्तारूढ़ पार्टी के नेतृत्व वाले पुलिस अधिकारियों को राज्य प्राधिकरण और चाय बागान मालिकों द्वारा कैसे नियंत्रित किया जाता है। उन्होंने पुलिसिया अत्याचार से आन्दोलन को कुचलने का निश्चय कर लिया था। हम पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा साथियों पर झूठे आरोप लगाने और अवैध गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं।

साथियों की तत्काल रिहाई की माँग के साथ आज 2 नवंबर को स्थानीय कोर्ट से कॉमरेड प्रसिद्ध राई और कॉमरेड सुमित देवान को जमानत मिल गई है। अदालत ने झूठे आरोप के लिए जांच अधिकारी की आलोचना की। आंदोलन के दोनों साथी पूरे उत्साह के साथ फिर से चल पड़े हैं संघर्ष में शामिल होने के लिए।

20% बोनस के लिए संघर्ष अभी भी जारी है। लॉन्गव्यू चाय बागान के श्रमिकों का संघर्ष जारी है। हम, ‘सेंटर फॉर स्ट्रगर्लिंग ट्रेड यूनियंस’ (CSTU) की ओर से, एक न्यायोचित मांग के लिए श्रमिकों के संघर्ष के प्रति अपनी पूरी एकजुटता व्यक्त करते हैं। दुनिया के मेहनतकशों की एक बेहतर व्यवस्था के लिए श्रमिकों का संघर्ष ज़िन्दाबाद!

CSTU की माँग-

  • लॉन्गव्यू चाय बागान मजदूरों के 16 करोड़ से अधिक बकाया का तत्काल भुगतान किया जाए!
  • मज़दूरों के खून-पसीने की कमाई का सम्मान करते हुए लॉन्गव्यू चाय बागान को फिर से खोलने के लिए आवश्यक पहल ली जाए!
  • पहाड़ के सभी चाय बागान मज़दूरों को 20% बोनस दिया जाए!
  • लॉन्गव्यू चाय बागान मज़दूरों का आंदोलन ज़िन्दाबाद!

दिनांक: 30/10/2024

सेंटर फॉर स्ट्रगर्लिंग ट्रेड यूनियंस (CSTU)

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