फैक्ट चेक: तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमले के झूठे हिंसक वीडियो हुए वायरल

main-qimg-ad9450f6887a6d3b7fe473f8a97b3c40-lq.jpg

इन दिनों व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर असंबंधित घटनाओं के कई हिंसक वीडियो इस झूठे दावे के साथ वायरल हैं कि ये तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमले दिखाते हैं। ऑल्ट न्यूज़, वेबकूफ और बूम जैसे प्रतिष्ठित फैक्ट चेकर ने अपनी पुख़्ता जांच में पाया कि ये दावा झूठा है और वीडियो तमिलनाडु और भारत के विभिन्न हिस्सों में असंबंधित घटनाओं के वीडियो हैं और इनका तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हमले से कोई लेना देना नहीं है।

फ़िलहाल ऐसे कम से कम पांच झूठे वीडियो ऑनलाइन सर्कुलेट हो रहे हैं। दैनिक भास्कर, हिंदुस्तान, एबीपी लाईव न्यूज़, दैनिक जागरण, पंजाब केसरी जैसे हिंदी समाचार चैनल और समाचार पत्र इन झूठे तथा भ्रामक वीडियो/समाचारों को सत्यापित किए बिना ऐसी खतरनाक सामग्री साझा कर रहे हैं और इनको आम तथा पढ़े लिखे लोग भी अपने व्हाट्सएप फेसबुक और टि्वटर हैंडल के जरिए शेयर कर रहे हैं, जो दक्षिण भारतीय और उत्तर भारतीय समुदाय के बीच तनाव और पूर्वाग्रह आधारित हिंसा को जन्म और बढ़ावा दे सकता है।

1. यह वीडियो तमिलनाडु का नहीं है जैसा कि दावा किया जा रहा है बल्कि हैदराबाद के पुरानापूल के पास जियागुड़ा बाईपास का है। पीड़ित की पहचान एसमिया बाजार कोटी के जंगम साईनाथ (32) के रूप में हुई, तीन आरोपियों आकाश, टिल्लू और सोनू को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
2. एक और वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया गया कि बिहार के एक व्यक्ति को तमिलनाडु में पीटा गया। वास्तव में, गैंगस्टर अनवर शेख की 2021 में कर्नाटक के हावेरी जिले के निवासी इमरान चौधरी, तनवीर चौधरी, अबीर चौधरी और रेहान चौधरी द्वारा सावनूर, कर्नाटक में हत्या कर दी थी।
3. जोधपुर, राजस्थान का एक और वीडियो, जिसमें गुंडों द्वारा एक वकील की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी, को तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमले के दृश्य के रूप में गलत तरीके से साझा किया गया।
4. कोयम्बटूर में दो व्यक्तियों पर हमला करने वाले 4 लोगों का एक वीडियो (पुलिस के अनुसार सभी स्थानीय गुंडे) इस झूठे दावे के साथ साझा किया गया कि तमिलनाडु के लोग बिहार के हिंदी भाषी लोगों पर हमला कर रहे हैं।
5. इसी दावे के साथ एक और वीडियो वायरल हो रहा है कि तमिलनाडु के लोग बिहार के लोगों पर हमला कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार, यह घटना तिरुपुर की है और बिहारी प्रवासी श्रमिकों के दो समूहों के बीच हुई झड़प से संबंधित है। (ऑल्ट न्यूज़ और बूम इस क्लिप की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सके हैं मगर तमिलनाडु पुलिस द्वारा इस वीडियो के संबंध में एक वीडियो विज्ञप्ति जारी की गई है)

भाजपा के सदस्य बिना किसी जांच-पड़ताल के इस प्रकार के झूठी और समाज में वैमनस्यता बढ़ाने वाले वीडियो को फॉरवर्ड करते और अपने टि्वटर हैंडल से शेयर करते नजर आए जिसमें प्रशांत उमराव पटेल जो एक वकील है, ने इन झूठे वीडियो पर आधारित ट्वीट को शेयर किया जिसको 5 लाख से ज्यादा बार देखा गया है।

ऑल्ट न्यूज़, बूम न्यूज़ और मोहम्मद जुबेर के ट्विटर हैंडल से साभार। कुछ खबरों को गूगल रिवर्स इमेज सर्च और व्यक्तिगत रूप से भी सत्यापित किया गया है।