फैक्ट चेक: तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमले के झूठे हिंसक वीडियो हुए वायरल

इन दिनों व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर असंबंधित घटनाओं के कई हिंसक वीडियो इस झूठे दावे के साथ वायरल हैं कि ये तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमले दिखाते हैं। ऑल्ट न्यूज़, वेबकूफ और बूम जैसे प्रतिष्ठित फैक्ट चेकर ने अपनी पुख़्ता जांच में पाया कि ये दावा झूठा है और वीडियो तमिलनाडु और भारत के विभिन्न हिस्सों में असंबंधित घटनाओं के वीडियो हैं और इनका तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हमले से कोई लेना देना नहीं है।
फ़िलहाल ऐसे कम से कम पांच झूठे वीडियो ऑनलाइन सर्कुलेट हो रहे हैं। दैनिक भास्कर, हिंदुस्तान, एबीपी लाईव न्यूज़, दैनिक जागरण, पंजाब केसरी जैसे हिंदी समाचार चैनल और समाचार पत्र इन झूठे तथा भ्रामक वीडियो/समाचारों को सत्यापित किए बिना ऐसी खतरनाक सामग्री साझा कर रहे हैं और इनको आम तथा पढ़े लिखे लोग भी अपने व्हाट्सएप फेसबुक और टि्वटर हैंडल के जरिए शेयर कर रहे हैं, जो दक्षिण भारतीय और उत्तर भारतीय समुदाय के बीच तनाव और पूर्वाग्रह आधारित हिंसा को जन्म और बढ़ावा दे सकता है।





भाजपा के सदस्य बिना किसी जांच-पड़ताल के इस प्रकार के झूठी और समाज में वैमनस्यता बढ़ाने वाले वीडियो को फॉरवर्ड करते और अपने टि्वटर हैंडल से शेयर करते नजर आए जिसमें प्रशांत उमराव पटेल जो एक वकील है, ने इन झूठे वीडियो पर आधारित ट्वीट को शेयर किया जिसको 5 लाख से ज्यादा बार देखा गया है।
ऑल्ट न्यूज़, बूम न्यूज़ और मोहम्मद जुबेर के ट्विटर हैंडल से साभार। कुछ खबरों को गूगल रिवर्स इमेज सर्च और व्यक्तिगत रूप से भी सत्यापित किया गया है।