किसान आंदोलन का विस्तार; एसकेएम का ऐलान, 15 को पंजाब में रेल चक्का जाम, टोल होगा फ्री

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किसान पतंग उड़ाकर पुलिस के आँसू गैस बरसाते ड्रोन कर रहे पस्त। संयुक्त किसान मोर्चा दमन के विरोध और माँगों के समर्थन में। एमएस स्वामीनाथन की बेटी ने कहा अपराधियों जैसा व्यवहार बंद हो!

किसान आंदोलन-2 अब एक नए दौर में प्रवेश कर रहा है। आंदोलन के दूसरे दिन 14 फरवरी को भी पंजाब-हरियाणा सीमाओं पर किसानों और पुलिस के बीच युद्ध जैसा माहौल बना रहा। पुलिस द्वारा ड्रोन से आँसू गैस का काट निकालते हुए शंभू बॉर्डर पर किसान पतंग उड़ा रहे हैं, ताकि इन ड्रोंस को नीचे गिरा सकें।

उधर संयुक्त किसान मोर्चा (बीकेयू) की जालंधर में 37 किसान संगठन की हुई बैठक में 16 फरवरी के ‘भारत बंद’ की समीक्षा के साथ किसानों के दमन के विरोध में 15 फरवरी को बीकेयू उगराहां और बीकेयू डोकांडा पंजाब में रेलवे ट्रैक जाम करेंगे, तो अन्य किसान संगठनों द्वारा पंजाब में टोल फ्री कराया जाएगा।

एमएस स्वामीनाथन की बेटी ने अन्नदाताओं से अपराधियों जैसा व्यवहार न करने की सलाह दी है। तमिलनाडु के किसानों ने ‘दिल्ली चलो’ किसानों का समर्थन करते हुए सीधे पीएम मोदी को चेतावनी दी है। तो पंजाब सरकार ने पंजाब क्षेत्र में आंदोलनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए हरियाणा द्वारा ड्रोन के इस्तेमाल पर रोक लगाने को कहा है।

दूसरे दिन आंदोलन के विविध रूप; समर्थन व्यापक

आंदोलन के दूसरे दिन पंजाब के आन्दोलनरत किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत हरियाणा की सीमा पर बैरिकेड हटाने का नये सिरे से प्रयास किया। अंबाला के पास शंभू सीमा पर आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।

इस बीच एसकेएम (गैर-राजनीतिक) नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हमने केंद्र का बातचीत का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। इसके बाद देर शाम तय हुआ कि गुरुवार शाम पांच बजे केंद्र और किसानों के बीच चंडीगढ़ में बातचीत होगी।

सरकारी ड्रोन के खिलाफ किसानों ने उड़ाये पतंग

वहीं पुलिस द्वारा ड्रोन से आँसू गैस का काट निकलते हुए शंभू बॉर्डर पर किसान पतंग उड़ा रहे हैं, ताकि इन ड्रोंस को नीचे गिरा सकें। किसान नेता सरवण पंधेर ने आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस की बजाय अब पैरामिलिट्री फोर्स उन पर अटैक कर रही है।

पंजाब सरकार ने पंजाब क्षेत्र में आंदोलनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए हरियाणा द्वारा ड्रोन के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है। प्रशासनिक पत्र सीमा पर पंजाब के क्षेत्र के अंदर अपने ड्रोन न भेजने के लिए पत्र लिखा है।

एमएस स्वामीनाथन की बेटी की सलाह

अभी मोदी सरकार ने जिस एमएस स्वामीनाथन को “भारत रत्न” से सम्मानित किया है। उनकी बेटी ने किसानों पर हुई कार्रवाई पर कहा है कि अन्नदाताओं से अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं करना चाहिए।

कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के उपलक्ष्य में मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में उनकी बेटी मधुरा स्वामीनाथन ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान ‘हमारे अन्नदाता’ हैं और उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं किया जा सकता है।’

तमिलनाडु के किसान उतरे समर्थन में

त्रिची में तमिलनाडु के किसानों के एक समूह ने ‘दिल्ली चलो’ किसानों का समर्थन किया। किसान नेता पी. अय्याकन्नु ने कहा, “संविधान के अनुसार, हम अपने अधिकारों के लिए देश के भीतर स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं, लेकिन पुलिस किसानों को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दे रही है।

किसान नेता ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी आगामी चुनावों में तमिलनाडु के किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं, तो किसान उस निर्वाचन क्षेत्र से उनके खिलाफ नामांकन दाखिल करेंगे।”

शंभू बार्डर पर बॉडी प्रोटेक्टर

शंभू बॉर्डर पर किसानों ने आगे बढ़ने के लिए बड़ी तैयारियां की। किसानों ने चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी लगाई ताकि आंसू गैस का प्रभाव कम हो जाए। साथ ही कई किसानों ने बॉडी प्रोटेक्टर भी पहने। जो ट्रैक्टर सबसे आगे चलने थे, उनके सामने लोहे की चादर लगा दी गई और उन्हें गीली बोरियों से ढक दिया गया। इसके अलावा मिट्टी उड़ाने की मशीनें भी मंगवाई गई। 

जींद में टकराव, किसान जख्मी

हरियाणा के जींद के दाता सिंह वाला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच तनाव बना रहा। यहां पंजाब से आए किसानों ने बॉर्डर को उखाड़ना शुरू कर दिया तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। किसानों ने आंसू गैस के गोलों पर पानी की बौछार करनी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने प्लास्टिक की गोलियां चला दी। तीन किसानों को यह गोलियां लग गई। इससे वह जख्मी हो गए।

जींद के दाता सिंह बॉर्डर पर किसानों ने एक सीआईडी कर्मचारी को बंधक बना लिया है। उसकी पहचान गढ़ी थाना में कार्यरत सीआईडी कर्मचारी सतेंद्रपाल के रूप में हुई है। किसानों का आरोप है कि वह उनकी रणनीति की जानकारी लेने आए थे। शक होने पर किसानों ने अधिकारी को पकड़ लिया।

एसकेएम की हुई बैठक; रेल ट्रैक होगा जाम, टोल टैक्स होंगे मुक्त

उधर संयुक्त किसान मोर्चा (बीकेयू) ने जालंधर में आयोजित बैठक में 37 किसान संगठन शामिल हुए। बैठक में 16 फरवरी को बुलाए गए ‘भारत बंद’ की समीक्षा की गई और किसानों के दमन पर आक्रोश जताया गया।

इसके विरोध में बीकेयू उगराहां और बीकेयू डोकांडा ने पंजाब में 15 फरवरी को पंजाब में सात स्थानों पर रेलें रोककर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करेगी। यूनियन संयुक्त किसान मोर्चा की लंबित मांगों को लेकर यूनियन, संगरूर, मानसा, बठिंडा, पटियाला, मोगा, गुरदासपुर में दोपहर बारह से चार बजे तक रेलें रोकेगी।

यूनियनों ने इस किसान आंदोलन को फासीवाद विरोधी आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है।

वहीं अन्य किसान संगठनों द्वारा पंजाब में टोल फ्री कराया जाएगा। गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा पंजाब के सभी टोल सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक फ्री करेगा। 16 फरवरी को भारत बंद की कॉल बुलाई गई है।

ड्रोन के आंसू गैस के गोले छोड़ने पर विवाद

दिल्ली जा रहे पंजाब के किसानों को रोकने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई पर पंजाब सरकार ने कड़ा एतराज जताया है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से कहा है कि वह पंजाब के किसानों को दिल्ली जाने दें। उन पर लाठीचार्ज और आंसू गैस चलाना बंद करें।

उन्होंने हरियाणा पुलिस के हमले में किसानों के घायल होने पर दुख जताते हुए कहा कि हरियाणा की तरफ से आंसू गैस के गोले पंजाब की सीमा में किसानों पर फेंके गए हैं। पटियाला के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) शौकत अहमद पर्रे ने अंबाला के डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा है कि वे अंबाला के पास शंभू सीमा पर पंजाब के क्षेत्र के अंदर अपने ड्रोन न भेजें।

इसके जवाब में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने हास्यास्पद ट्रक देते हुए कहा कि बहुत बड़ी हैरानी है कि पंजाब सरकार ने नोटिस जारी किया कि हमारी सीमा में ड्रोन मत भेजो, क्या यह हिंदुस्तान-पाकिस्तान हो गया। अगर हमारी पुलिस को मारकर कोई पंजाब में भाग जाएगा तो क्या हम उसके पीछे जाकर उसे पकड़ नहीं सकते। 

वहीं किसान आंदोलन के समर्थन में शिअद ने अपनी पंजाब बचाओ यात्रा रोक दी है। मौजूदा हालात पर 15 को कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है जिसमें किसानों का साथ देने के लिए रणनीति बनाई जाएगी।

विभिन्न माँगों के साथ आंदोलन जारी

स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, एमएसपी पर गारंटी, लखीमपुर खीरी हादसे पर सख्त कार्रवाई करने जैसी कई लंबित मांगों को लेकर किसान आंदोलन जारी है। शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में किसान मौजूद हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसानों का जमावड़ा लग गया है। दिल्ली के तमाम बॉर्डर बंद कर दिए गए हैं। हर बॉर्डर पर सैंकड़ों सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। कई इलाकों में जाम भी लग चुका है।

मंगलवार को शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसान पुलिस से भिड़ गए। हरियाणा पुलिस की बैरिकेडिंग और तारबाड़ के साथ नुकीले सीमेंटेट अवरोध हटाने पर पुलिस ने किसानों पर पानी की बौछार की। इसके साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे।

ज्ञात हो कि केंद्र सरकार से दो बार की वार्ता विफल होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने मंगलवार को दिल्ली कूच का ऐलान किया था। मंगलवार को पंजाब से दिल्ली की ओर कूच रहे किसानों से टकराव में अब तक सैकड़ों प्रदर्शनकारी किसान और पुलिस घायल हो चुके हैं।

धरना दे रहे किसानों और सरकार के बीच गुरुवार को तीसरे दौर की बातचीत होनी है। इस बीच बीकेयू सिधपुर के कन्वेनर जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहाकि मंत्रियों के साथ बैठक के बाद फैसला होगा कि दिल्ली चलो यात्रा जारी रहेगी या नहीं। उन्होंने कहाकि हमारी जो मांग है, उससे कम कुछ भी मंजूर नहीं है।

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