अश्लील उपभोक्तावादी संस्कृति व उत्तर प्रदेश सरकार का विरोध
पंतनगर (उत्तराखंड)। स्थानीय टा कालोनी मैदान पन्तनगर में प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की पन्तनगर एवं इंकलाबी मजदूर केन्द्र पंतनगर द्वारा बदायूं की 50 वर्षीय महिला का मंदिर के पुजारी द्वारा सामूहिक बलात्कार की घटना पर रोष व्यक्त किया गया व अश्लील संस्कृति और यूपी सरकार का पुतला दहन हुआ तथा सभा की गई।
पंतनगर इकाई सचिव लक्ष्मी पन्त ने कहा कि देश के स्तर पर महिला हिंसा, बलात्कार औऱ हत्या की घटनाएं बढ़ती जारही है, जिसका मुख्य कारण समाज मे बढ़ रहे अश्लील उपभोक्तावादी संस्कृति और सामंती मूल्य मान्यताएं जो अश्लील उपभोक्तावादी संस्कृति के तहत अश्लील गाने, अश्लील गन्दी फिल्में, अश्लील पोर्न साइटें, अश्लील पत्र पत्ररिकाओं पर सरकार रोक नही लगा रही है। जिसके तहत आम महिला, बच्चियां इसकी शिकार हो रही हैं। उन्होंने सरकार से महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी और इन अश्लील उपभोक्तावादी संस्कृती पर रोक लगाने की मांग की।
इंकलावी मजदूर केंद्र के अभिलाख सिंह ने कहा कि योगी सरकार की पुलिस प्रशाशन द्वारा पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज न करना, उसमे हीलाहवाली करना, दोषियों पर तत्काल कार्यवाही गिरफ्तार न करना, इन कृत्यों से योगी सरकार व उसकी पुलिस लगातार अपराधियों को बचाने का काम कर रही है। उन्नाव की घटना में अपराधी विधायक सेंगर को बचाने का मामला हो या जम्मू के कठुआ में 8 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कारी पुजारी को बचाने जैसे तमाम उदाहरण भरे पड़े हैं। महिला विरोधी सरकार से संगठित होकर संघर्ष पर जोर दिया।
श्रवण कुमार ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों और मजदूरों, किसानों की अधिकारों की बात उठाने पर सरकार अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करने की वजाय आम जनता के आंदोलन का दमन कररही है। इसकी ख़िलाफत करना होगा।
विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में मीना, लक्ष्मी, पूजा, सोना, पुष्पा सिंह, मीनू, कंचन, पुष्पा, दुर्जन राम, विद्यासागर,आर डी यादव, अभिलाख, श्रवण कुमार, पारस, प्रभुचरन, सुरेश, सुभाष, आदि शामिल रहे।