दशहरा : प्रधानमंत्री, आडानी-अम्बानी, साम्राज्यवाद का पुतला दहन

Panjab_Dashahara

कृषक व श्रमिक विरोधी हुक्मरानों का पंजाब व हरियाणा में दाह संस्कार

दशहरा पर्व पर सारे पंजाब में मोदी, आडानी, अम्बानी, साम्राज्यवाद तथा आरएसएस व सरकारों के पुतले जलाए गए और कृषि कानूनों और अन्य जनविरोधी नीतियों का विरोध किया गया। तीखे प्रदर्शन के साथ कृषि कानून, बिजली, आर्डिनेंस, मज़दूर व जम्हूरियत विरोधी काले कानूनो को रद्द करवाने की माँग बुलन्द हुई। हरियाणा के कुछ हिस्सों में भी इसी तर्ज शव यात्रा व पुतला दहन हुआ।

दशहरा पर मोदी सहित कारपोरेट घरानों के पुतलों पर किसानों द्वारा जूतो से पीटा गया व फूंकने के बाद प्रदर्शन किया गया। इसी रूप में हजारों किसान दशहरा मानाने पहुंचे।

कृषि कानूनों व अन्य जनविरोधी नीतियों का मुखर विरोध

दरअसल, केंद्र कि मोदी सरकार द्वारा किसान विरोधी कृषक कानूनों के ख़िलाफ़ पंजाब में किसानों का गुस्सा चरम पर है। किसानों द्वारा कानून रद्द करने की माँग को लेकर करीब एक माह से संघर्ष किया जा रहा है। किसान कृषि सुधार कानून के विरोध में डटे है।

इसी के साथ मज़दूर विरोधी चार श्रम संहिताओं, बिजली, आर्डिनेंस, रेल आदि के निजीकरण के ख़िलाफ़ भी लगातार विरोध जारी है।

3 खेती कानून किसानों के एक बड़े हिस्से के साथ ही मेहनतकश लोगों, शहरी मध्यमवर्ग पर भी एक बड़ा हमला है, इससे भविष्य में महंगाई बेरोज़गारी और भी बढ़ेगी। मोदी हुकूमत जो किसानों के आंदोलनों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है उसको आने वाले समय में और भी बड़े जन आंदोलनों का सामना करना पड़ेगा।

पंजाब

इन मुद्दों पर पूरे पंजाब के किसान, मज़दूर और तमाम संघर्षशील, प्रगतिशील व जनवादी ताक़तें साझे तौर पर आन्दोलन चला रही हैं। अन्य प्रदर्शनों के साथ ही पंजाब में भाजपा नेताओं के आवास के सामने भी आन्दोलनकारियों ने डेरा डाल रखा है। कांग्रेस, अकाली व आप नेताओं कि भी घेरेबंदी हो रही है।

इसी क्रम में आज दशहरा के अवसर पर पूरे पंजाब के विभिन्न शहरों, गांवों में विभिन्न जगहों पर किसान यूनियन और अन्य संगठनों द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, अम्बानी-अदानी सहित कारपोरेट खिलाडियों, अमेरिकी सहित साम्राज्यवादी लुटेरों, आरएसएस व पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह आदि का पुतला जलाकर दशहरा मेला मनाया गया।

काली दीपावली मानाने का ऐलान

प्रदर्शनकारी ताक़तों द्वारा जगह जगह शहर से गांव गांव रोड मार्च कर लोगों को कृषि सुधार कानून रद करवाने में सहयोग की अपील की गई। आन्दोलनकारियों ने कहा कि आज तो किसानों द्वारा काला दशहरा मनाया जा रह है। अगर कृषक व अन्य जनविरोधी कानून रद्द ना हुए, तो काली दीपावली मनाई जाएगी।

हरियाणा

संतनगर (सिरसा)। मोदी हुकूमत की ओर से तीन खेती कानूनों के विरोध में दशहरे के मौके पर अलग अलग जगहों पर मोदी के पुतले जलाए गए। सिरसा के गांव सन्त नगर की ओर से मजदूरों, किसानों, नौजवानों ने मोदी की अर्थी निकाल कर खेती कानूनों के विरोध में पुतला जलाया।

आज सिरसा जिला के गांव संत नगर के लोगों द्वारा जुझारू एकता की मिसाल कायम करते हुए, मोदी की अर्थी निकालते हुए उसका पुतला जलाया गया और सरकार विरोधी नारे लगाए गए। लोगों ने सरकार के खिलाफ विरोध का और सामूहिक एकता का परिचय देते हुए जनसभा में मोदी हुकूमत को ललकारते हुए कहा कि आने वाले समय में संघर्ष को और तेज किया जाएगा।

गांव के मजदूरों, किसानों व नौजवानों की ओर से भारी तादाद में विरोध प्रदर्शन में भागीदारी की गई।

खतरावां (सिरसा)। नौजवान भारत सभा के नेतृत्व में सिरसा के गांव खतरावां में तीन कृषि कानूनों के विरोध में नुक्कड़ सभा कर मोदी का पुतला फूंका गया। तथा किसी भी भाजपा व जजपा नेता के गांव में आने पर घेराव करने की चेतावनी के पोस्टर भी लगाए गए।