बम्पर मुनाफे के बावजूद मोदी सरकार शिपिंग कॉर्पोरेशन के निजीकरण की तैयारी में

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शुद्ध लाभ में 77.42 प्रतिशत की वृद्धि के बावजूद निजीकरण की तैयारी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नवंबर 2020 में शिपिंग कॉरपोरेशन के विनिवेश की मंजूरी दी थी।

नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की जहाजरानी कंपनी शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SCI) का मार्च 2022 तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 77.42 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 152.16 करोड़ रुपये रहा। एससीआई ने शेयर बाजारों (Share Markets) को दी गई सूचना में शनिवार को कहा कि मार्च 2021 की तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 85.76 करोड़ रुपये रहा था। जनवरी-मार्च 2022 तिमाही के दौरान इसकी कुल समेकित आय बढ़कर 1,364.62 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 900.73 करोड़ रुपये थी। इस तिमाही में उसका कुल खर्च भी बढ़कर 1,223.76 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 838.57 करोड़ रुपये था।

वर्ष 2021-22 के समूचे वित्त वर्ष में एससीआई ने 865.22 करोड़ रुपये का समेकित लाभ दर्ज किया। वित्त वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा 696.9 करोड़ रुपये रहा था। पिछले साल मार्च में सरकार को शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (Shipping Corporation of India) के निजीकरण (Privatization) के लिए कई बोलियां मिली थीं। निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने दिसंबर 2020 में प्रबंधन के हस्तांतरण के साथ-साथ फर्म में सरकार की समूची 63.75 प्रतिशत हिस्सेदारी के रणनीतिक विनिवेश के लिए अभिरुचि पत्र आमंत्रित किए थे। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नवंबर 2020 में एससीआई के रणनीतिक विनिवेश को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। एससीआई का निजीकरण अब चालू वित्त वर्ष में पूरा होने की संभावना है। सरकार शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की बिक्री के लिए संभवत: सितंबर तक वित्तीय बोलियां आमंत्रित करेगी। एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी की गैर-प्रमुख संपत्तियों को अलग करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वित्तीय बोलियां मंगाई जाएंगी। एससीआई के बही-खाते के अनुसार, उसकी गैर-प्रमुख संपत्तियों का मूल्य 31

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