इंटरार्क मज़दूरों का 21 को कमिश्नरी नैनीताल में प्रदर्शन: समझौता लागू कर कार्यबहाली की माँग

Intarark_taiyari_nainital

इंटरार्क कंपनी के दोनों प्लांटों में गेट मीटिंग कर मजदूरों के बीच बनाया गया जोशीला माहौल और समझौता लागू कराने को अंतिम सांस तक संघर्ष करने का लिया गया संकल्प।

रुद्रपुर (उत्तराखंड)। जिला स्तरीय कमेटी की मध्यस्थता में 15/12/2022 को हुए समझौता का इंटरार्क कंपनी मालिक द्वारा घोर उल्लंघन कर मजदूरों को नौकरी से बर्खास्त करने की कार्यवाही के खिलाफ इंटरार्क मजदूर पूरी तरह से मुखर हो चुके हैं और अपने आंदोलन को तेज कर रहे हैं।

इसी क्रम में इंटरार्क मजदूरों व महिलाओं द्वारा श्रमिक संयुक्त मोर्चा से जुड़ी मजदूर यूनियनों व सामाजिक संगठनों संग मिलकर 21 सितंबर 2023 को प्रातः 11:30 बजे से तल्ली ताल डांट नैनीताल से कुमाऊं कमिश्नरी तक पदयात्रा निकाली जायेगा और कुमाऊँ आयुक्त को ज्ञापन प्रेषित कर तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की जाएगी ।

इस दौरान मज़दूर जिला प्रशासन की निष्क्रियता के विरोध में एवं समझौते को लागू करा सभी मजदूरों की समझौते के तहत कार्यबहाली कराने की मांग करेंगे और उनके स्तर पर भी उक्त समझौते को लागू न कराने की स्थिति में आंदोलन के अगले कदम की सूचना भी देंगे।

https://mehnatkash.in/2023/08/28/violation-of-agreement-dismissal-of-11-workers-interarc-workers-announce-agitation/

नैनीताल चलो के लिए प्रचार अभियान तेज

इंटरार्क मजदूर संगठन किच्छा व उधमसिंह नगर के बैनर तले 21 सितंबर को कुमाऊँ कमिश्नरी नैनीताल के समक्ष होने वाले प्रदर्शन में ब्यापक जनभागीदारी सुनिश्चित करने हेतु सिडकुल पंतनगर व क्षेत्र की यूनियनों, सामाजिक संगठनों व आम मजदूरों के मध्य यूनियन द्वारा जोरशोर से प्रचार अभियान जारी है। इंटरार्क कंपनी के दोनों प्लांटों में गेट मीटिंग से जोशीला माहौल बन रहा है।  

इंटरार्क मजदूर संगठन उधमसिंह नगर के अध्यक्ष दलजीत सिंह व इंटरार्क मजदूर संगठन किच्छा के अध्यक्ष हृदयेश कुमार द्वारा विभिन्न यूनियनों और सामाजिक संगठनों को पत्र भेजा गया है।

यूनियन द्वारा जारी पत्र में लिखा है कि तत्कालीन जिलाधिकारी उधमसिंह नगर की पहल पर अपर जिलाधिकारी श्री जयभारत सिंह की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय कमेटी (जिसमें एसपी क्राइम एवं एएलसी आदि आला अधिकारी भी शामिल थे) की मध्यस्थता में इंटरार्क कंपनी प्रबंधन एवं यूनियन प्रतिनिधियों के मध्य लिखित रूप से त्रिपक्षीय समझौता दिनाँक 15/12/2022 संपन्न हुआ था। जिसमें दोनों पक्षों की पूर्ण सहमति से एवं अपर जिलाधिकारी की अनुमति से सहायक श्रमायुक्त द्वारा अपनी हैंडराइटिंग में साफ-साफ लिखा गया है कि आंदोलन के दौरान निलंबित जिन 64 मजदूरों की समझौते के तहत कार्यबहाली की जायेगी उनमें से जिन 34 मजदूरों की घरेलू जांच की जायेगी उन्हें घरेलू जांच के दौरान एवं जांच के पश्चात नौकरी से बर्खास्त नहीं किया जायेगा ।

किन्तु बड़े ही शर्म एवं चिंता का विषय है कि कंपनी प्रबंधन ने जिला प्रशासन की मध्यस्थता में हुए उक्त समझौते को तार-तार कर दिया है और उक्त 34 मजदूरों में से अब तक 11 मजदूरों को नौकरी से बर्ख़ास्त कर दिया गया है। जबकि उक्त 34 मजदूरों के मुद्दे पर उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने भी स्टे लगाया हुआ है। इंटरार्क कंपनी मालिक की नजर में जिला प्रशासन, उच्च न्यायालय व भारतीय कानूनों की कोई भी अहमियत नहीं है और वह मनमानी कर मजदूरों को बेखौफ होकर नौकरी से बर्खास्त कर रहा है ।

इससे भी शर्मनाक विषय यह है कि जिला प्रशासन के समक्ष पीड़ित मजदूरों द्वारा अनगिनत बार शिकायत की गई, जिलाधिकारी आवास तक विशाल पदयात्रा निकाली गई। इसके पश्चात भी जिला प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है और इंटरार्क कंपनी मालिक के आगे इस तरह से बेबस हो चुका है। वह अपने ही द्वारा कराए गए समझौते को लागू नहीं करा पा रहा है। जिससे जिला प्रशासन, उत्तराखंड राज्य व कानून ब्यवस्था की साख क्षेत्र की जनता के बीच कमजोर हो रही है।

सवाल उठ रहा कि जब जिला प्रशासन अपने ही द्वारा कराए समझौते को लागू कराने की हैशियत को खो रहा है तो फिर जिले की कानून ब्यवस्था का क्या होगा? यही हाल पीडीपीएल कंपनी सहित पूरे सिडकुल का है। स्पष्ट है कि प्राइवेट कंपनियों के मालिकान के समक्ष शासन सत्ता पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर चुकी है और जिला प्रशासन सिर्फ कंपनी मालिकान की ही सुन रहा है। ऐसे में मजदूरों व आम जनता का एकजुट संघर्ष ही न्याय दिला सकता है।

https://mehnatkash.in/2023/06/09/high-courts-double-bench-also-rejected-interark-companys-petition/

21 सितंबर को कुमाऊं कमिश्नरी में प्रदर्शन में शामिल हों!

दोनों प्लांटों की यूनियनों ने जारी अपील में कहा है कि जिला प्रशासन की निष्क्रियता के विरोध में एवं समझौते को लागू करा उसके अनुरूप सभी मजदूरों की कार्यबहाली कराने की मांग को लेकर इंटरार्क मजदूरों व महिलाओं द्वारा श्रमिक संयुक्त मोर्चा से जुड़ी समस्त मजदूर यूनियनों व सामाजिक संगठनों संग मिलकर 21 सितंबर को प्रातः 11:30 बजे से तल्ली ताल डांट नैनीताल से कुमाऊं कमिश्नरी तक पदयात्रा निकाली जायेगा और कुमाऊँ आयुक्त को ज्ञापन प्रेषित कर तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की जाएगी।

इसके लिए सभी यूनियनों, संगठनों व मज़दूर साथियों से उक्त प्रदर्शन में पूरी टीम के साथ सहमिल होने की अपील करते हुए कहा गया है कि हमें पूर्ण विश्वास है कि आप अपनी पूरी टीम के साथ उक्त प्रदर्शन में शामिल होकर मजदूरों व आम जनता की एकता के नारे को बुलन्द करेंगे।

https://mehnatkash.in/2023/05/03/children-of-interarc-workers-gave-memorandum-to-kumaon-commissioner/

भूली-बिसरी ख़बरे