लुधियाणा में सांप्रदायिक नफरत भड़काने के खिलाफ जनवादी संगठनों ने उठाई आवाज़

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सांप्रदायिक नफरत के खिलाफ जनवादी संगठनों ने सक्रियता के साथ सहायक पुलिस कमिश्नर से की मुलाकात, दिया ज्ञापन, अधिकारियों द्वारा सांप्रदायिक गुंडों के खिलाफ पुख्ता कार्रवाई का भरोसा।

लुधियाणा (पंजाब) में सांप्रदायिक नफरत भड़काने की साजिशों के मसले पर मंगलवार, 5 सितंबर को लुधियाणा के जनवादी जन संगठनों की मीटिंग कारखाना मज़दूर यूनियन के जमालपुर कालोनी स्थित दफतर में की गई। इस बीच पुलिस अधिकारियों ने संगठन प्रतिनिधियों को वार्ता हेतु बुलाया गया और पूरी बात सुनकर कार्यवाही का भरोसा दिया गया।

दरअसल, लुधियाणा के उत्तम नगर, जीवन नगर, फोकल प्वाइंट इलाके में हिंदुत्ववादी कट्टरपंथी संगठनों शिव सेना और बजरंग दल द्वारा आम हिंदू लोगों को गुमराह करके मुसलमानों के खिलाफ सांप्रदायिक आग भड़काने की कोशिश हो रही है। मुस्लिम परिवारों को लगातार परेशान कर इलाका छोड़ने के लिए डराया-धमकाया जा रहा है और उनके घर गिराने की धमकी दी जा रही है।

इस मामले में इलाके की पुलिस द्वारा पीड़ितों की मदद की जगह पीड़ित परिवार पर ही माफी मांगने का दबाव बनाने, उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं करने, पीड़ित परिवार की मदद करने गये संगठन के नेताओं को भी थानेदारों द्वारा डराने-धमकाने की कोशिश हुई। दूसरी ओर, पुलिस चौकी के सामने खड़े होकर सांप्रदायिक नारे लगाने वाले बजरंग दल और शिव सेना के गुंडों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

इस पर क्रांतिकारी, जनवादी, इंसाफ-पसंद संगठनों ने सख्त संज्ञान लेते हुए संघर्ष करने का ऐलान किया गया था। जिसके बाद लुधियाणा पुलिस द्वारा आज जन-संगठनों को मीटिंग के लिए बुलाया गया। जिसके बाद संगठनों का एक प्रतिनिधि मंडल जतिंदर कुमार, सहायक पुलिस कमिश्नर (ए.सी.पी.), इंडस्ट्रीयल एरिया-ए को मिला।

मीटिंग में पुलिस अफसर को सारे मसले की जानकारी देते हुए माँग की गई कि-

1.     दिनांक 31 अगस्त 2023 को उत्तम नगर (पुलिस चौंकी जीवन नगर) में फिरोज़ आलम, उनके लड़के हारून आलम और उनके पर हिंदू धर्म के अपमान के झूठे दोष लगा कर हिंदुत्वी कट्टरपंथी संगठनों बजरंग दल और शिव सेना के नेताओं रिंकी त्रिपाठी, नगेन्द्र भारदवाज, दिनेश तिवारी, भरत, कैलाश, लक्ष्मण साहनी, गोलू साहनी, जीतनी और इनके अन्य साथियों द्वारा इलाके के आम हिंदू लोगों को सार्वजनिक तौर पर मुसलमानों के खिलाफ धार्मिक नफरत भड़काने, सांप्रदायिकता का माहौल बनाने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं। सार्वजनिक तौर पर सांप्रदायिक आग भड़काने वाले नारे लगाए जा रहे हैं, भाषण दिए जा रहे हैं, अखबारों और सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं, पीड़ितों को रोहिंग्या मुसलमान बताते हुए उनका घर गिराने की धमकियाँ दी जा रही हैं।

इसलिए इन सांप्रदायिक गुंडों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए इन्हें जेल में बंद किया जाए, सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि शहर के लोगों में धर्म के आधार पर नफरत फैलने से रोकी जा सके, आपसी अमन और भाईचारा कायम रहे।

2.     पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिया जाए। उनके जान-माल की सुरक्षा की गारंटी की जाए। पुलिस चौंकी के मुलाज़िमों द्वारा उन्हें बेवजह परेशान करना बंद किया जाए।

3.     इस पूरे मामले में सांप्रदायिक कट्टरपंथियों को पूरी शह देने वाले, पीड़ितों को बेवजह तंग करने वाले, पीड़ितों की मदद के लिए गए कारखाना मज़दूर यूनियन के नेताओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस चौंकी के पुलिस मुलाज़िमों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

सहायक पुलिस कमिश्नर ने विश्वास दिलाया है कि सांप्रदायिक नफरत भड़काने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी, बजरंग दल और शिव सेना द्वारा दी गई झूठी शिकायत पर अब पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करेगी और पीड़ित परिवार को पुलिस द्वारा नहीं बुलाया जाएगा। उन्होंने सांप्रदायिक गुंडों को शह देने वाले पुलिस चौंकी के मुलाज़िमों के विरुद्ध भी जायज कार्रवाई करने का विश्वास दिलाया गया।

सहायक पुलिस कमिश्नर के साथ हुई इस मीटिंग के बाद संगठनों द्वारा जीवन नगर पुलिस चौंकी पर होने वाला रोष प्रदर्शन रद्द कर दिया।

संगठनों ने ऐलान कर दिया कि सांप्रदायिकता के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा।

मीटिंग और प्रतिनिधि मंडल में लखविंदर सिंह, अध्यक्ष, कारखाना मज़दूर यूनियन; हरजिंदर सिंह, अध्यक्ष, मोल्डर एंड स्टील वर्कर्स यूनियन; रणजीत सिंह, भारतीय किसान यूनियन (एकता-डकौंदा); सुरिंदर सिंह, इंकलाबी मज़दूर केन्द्र पंजाब; अमर सिंह, भारतीय किसान यूनियन (एकता-उगराहां); जसवंत जीरख, जमहूरी अधिकार सभा; सुखदेव सिंह भूंदड़ी, प्रधान, पेंडू मज़दूर यूनियन (मशाल); जगदीश सिंह, प्रधान, टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन, पंजाब; बिन्नी, नौजवान भारत सभा के इलावा इन संगठनों के अन्य नेता, कार्यकर्ता और सदस्य शामिल हुए।