सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो, जन संघर्ष मंच हरियाणा ने जानी जमीनी हक़ीक़त; हिन्दू-मुस्लिम में नफरत फैलाने हेतु बजरंग दल व वीएचपी के कुछ शरारती तत्वों की कारस्तानी।
बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के कुछ शरारती तत्वों द्वारा हिन्दू-मुस्लिम समुदाय में नफरत का जहर घोलने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर, जन संघर्ष मंच हरियाणा ने सच्चाई जानने के लिए जांच का निर्णय लिया।
कुरुक्षेत्र (हरियाणा)। कुरुक्षेत्र जिले में जनता में सांप्रदायिक जहर घोलकर आपस में लड़वाने की साजिश सामने आई है। सोशल मीडिया पर हिन्दू मुस्लिम समुदाय के लोगों में नफ़रत फैलाने वाला वीडियो चल रहा है। जन संघर्ष मंच हरियाणा ने ज़मीनी हक़ीक़त जानने का प्रयास किया तो इसके पीछे बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के कुछ शरारती तत्वों की भूमिका सामने आई।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार गत 29 जून की शाम समय 9 बजे पिपली चौक पर वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से एक खोखे में मोबाइल की दुकान चला रहे व्यक्ति धीरज मलहोत्रा और फल फरूट की रेहड़ी लगाने वाले एक मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति का आपस में झगड़ा हो गया था।
इस झगड़े में मोबाइल की दुकान वाले को चोट लगी है और इस बारे पुलिस थाना सदर थानेसर में एफआईआर नं 467/ दिनांक 03/07/2023 दर्ज है। पुलिस ने झगड़ा करने के आरोपी व उसका साथ देने वालों को गिरफ्तार किया हुआ है।
सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश
सोशल मीडिया पर चल रही वीडियो में बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के कुछ शरारती तत्वों द्वारा इस घटना को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है।
वे कह रहे हैं कि “ये लोग रोहिंग्या हैं, इन विधर्मियों को लात डंडे मारकर निकालना पड़ेगा, शुक्रवार को हमने आईडी चैक की कि ये रोहिंग्या हैं, एक पार्षद इनकी मदद करके इनकी आईडी बनवाता है, इनकी संख्या बढ़ रही है, यूपी में डेली कर्फ्यू लगता था अब योगी ने इन्हें सीधा कर दिया है, उतराखंड में धामी सरकार ने इनके खिलाफ कार्रवाई की है”, आदि-आदि।
जन संघर्ष मंच हरियाणा ने की जांच
सोशल मीडिया पर चल रही ये वीडियो जब जन संघर्ष मंच हरियाणा के संज्ञान में आई तो मंच ने सच्चाई जानने के लिए जांच का निर्णय लिया। दिनांक 05/07/2023 को जन संघर्ष मंच हरियाणा की महासचिव सुदेश कुमारी व राज्य कमेटी सदस्य सोमनाथ घटनास्थल पर पिपली चौक गए और जहां उक्त मोबाइल की दुकान है। वहां खड़े टैक्सी ड्राईवर, दुकानदारों व पिपली थाना में बातचीत की।
सभी ने बताया कि मोबाइल दुकान मालिक और फल की रेहड़ी वाले का झगड़ा मोबाइल की दुकान के आगे रेहड़ी लगाने को लेकर हुआ है। रेहड़ी वाला व उसके साथ के व्यक्ति मुस्लिम हैं और यूपी के हैं।
जब मंच के साथियों ने पूछा कि बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद वाले तो कह रहे हैं कि ये लोग रोहिंग्या हैं तो सभी ने कहा कि यह सब झूठ है, जानबूझकर इस घटना को सांप्रदायिक रंग देकर कुरुक्षेत्र जिले का माहौल खराब किया जा रहा है। लोगों ने यह भी कहा कि हम भी दबाव में हैं यदि सच और साफ बात करें तो बजरंग दल के लोग हमारे साथ भी झगड़ा कर सकते हैं।
ये भी पता चला कि कुछ दिन पहले हाईकोर्ट चंडीगढ़ से प्रोटेक्शन प्राप्त पिपली के अलग-अलग समुदायों से संबंधित लड़का-लड़की द्वारा प्रेम विवाह करने पर भी ऐसे शरारती तत्वों ने हल्ला मचाया था।
बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के लोगों द्वारा इस प्रकार की नफरती व तथ्यहीन बातें फैलाना गंभीर अपराध है। यह कुरूक्षेत्र शहर के सांप्रदायिक सौहार्द को खराब करने की साजिश है। भारत एक धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश है। सभ्य समाज के नागरिक इस प्रकार की साजिश को सफल होने नहीं दे सकते हैं।
शरारती तत्वों पर तुरंत लगाम लगाने की माँग
अत: जन संघर्ष मंच हरियाणा जिला प्रशासन से मांग करता है कि ऐसे शरारती तत्वों पर तुरंत लगाम लगाई जाए। मंच आम जनता से अपील करता है कि वह आम झगड़े को सांप्रदायिक रंग देकर हिन्दू मुस्लिम के नाम पर जनता को आपस में लड़वाने वाले शरारती लोगों से सावधान रहें, इनके बहकावे में न आएं और आपस में सौहार्द बनाए रखें।
क्या अन्य प्रांत के व्यक्ति का हरियाणा में फड़ लगाना अपराध है?
खट्टर सरकार के राज में रेहड़ी फड़ी लगाकर गुजारा करने वाले लोगों को रोहिंग्या कहना सरकार के लोगों की आदत बन गई है। अंबाला सिटी बस अड्डा पर रेहड़ी फड़ी के लोग धरना देकर बैठे हुए हैं। पुलिस प्रशासन की सहायता से रोडवेज अंबाला के जीएम ने उनकी रेहड़ी फड़ी हटा दी है। वहां के विधायक व सरकार के लोग रेहड़ी फड़ी वालों को रोहिंग्या बता रहे हैं।
क्या भारत के किसी अन्य प्रांत के व्यक्ति द्वारा हरियाणा में रेहड़ी फड़ी लगाकर गुजारा करना अपराध है?