कर्नाटक में रोडवेज कर्मचारियों और सरकार के बीच गतिरोध जारी

12वें दिन भी जारी रही हड़ताल, सरकार झुकने को तैयार नहीं
बेंगलुरू। कर्नाटक में 6वें पे कमीशन की सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर रोड ट्रांसर्पोटेशन कारपोरेशन के कर्मचारियों का अनिश्चित कालीन धरना 12वें दिन भी जारी रहा। पूरे राज्य में यातायात की सुविधा प्रभावित रही।
मजदूर संघों की मांग है कि उन्हें 6वें पे कमीशन के बराबर सुविधाएं व वेतन आदि का भुगतान किया जाए, जबकि सरकार इसे स्वीकार नहीं कर रही है। इस समय देश में 7वां वेतन आयोग की सिफारिशें लागू हैं, फिर भी सरकार झुकना नहीं चाहती है। शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कैंडिल लाइट मार्च निकाल कर विरोध प्रकट किया। मजदूर नेताओं ने अब सांसदों से संपर्क करने की कोशिश शुरू कर दी है। इधर, सरकार का कहना है कि अगर कर्मचारी जिद पर अड़े रहे तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा। साथ ही आंदोलन कर रहे कर्मचारियों को डराने के लिए सरकार ने काम नहीं करने पर वेतन नहीं देने का फैसला किया है।
इधर, सरकार को बसों का संचालन नहीं होने से 152 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है, फिर भी वो झुकना नहीं चाहती है। पूरे राज्य में 3200 बसों का संचालन ठप है। आंदोलन कर रहे कर्मचारियों और नेताओं को डराने के लिए सरकार रोज नए-नए हथकंडे अपना रही है ।