इस समय भारत में 100 करोड़ कोरोना टिके लग जाने का खूब शोर है। पीएम मोदी से लेकर सरकार व पूरी मीडिया जश्न मान रही है। …सच क्या है, बता रहे हैं धर्मेन्द्र आजाद…
सरकारी खर्चे पर जश्न मनाया जा रहा है कि भारत में 100 करोड़ कोरोना टिके लग गये हैं। 100 करोड़ से अधिक आबादी वाले दुनिया में केवल दो ही देश हैं चीन व भारत।
चीन 230 करोड़ टीकों (71% लोगों का पूर्ण टीकाकरण) के साथ काफ़ी आगे पहुँच गया है, जबकि भारत में अभी मात्र 20% लोगों का पूर्ण टीकाकरण हुआ है, 50%,को सिर्फ सिंगल डोज मिली है, इस तरह भारत 100 करोड़ से अधिक आवादी वाले देशों में पीछे से पहले स्थान पर है।
दुनिया के औसत पूर्ण टीकाकरण (36%) से भी हम बहुत पीछे हैं, लेकिन जश्न तो ऐसे मना रहे हैं जैसे भारत में ही सबसे अधिक टीकाकरण हुआ हो, जैसे पूरे भारत का पूर्ण टीकाकरण करा दिया हो। अव्वल तो सरकार को जवाब देना चाहिये कि टीकाकरण इतनी धीमी गति से क्यों हो रहा है।

दुनिया के अन्य देशों का परफार्मेंस हमसे बहुत बेहतर है लेकिन किसी देश से ऐसी कोई खबर नही आयी कि वहां का प्रधानमन्त्री राजकोष के पैसे से सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए बड़े बड़े विज्ञापन छपवाकर मात्र 20% लोगों का पूर्ण टीकाकरण होने पर जश्न मना रहा हो……।
खैर हमारा वाला दुनिया में अद्भभुत है, कैमरा और प्रचार न हो तो बेचारा जी नहीं सकता, इसीलिए अखबार ,टीवी, सड़क ,रेल से लेकर कोरोना के प्रमाणपत्र तक पर छप गया। यह कैमरा जीवी निर्लज्ज होकर अपनी विफलताओं पर भी जश्न मनाने से बाज नहीं आता।