कोरोना : अभी तक मारुति सुजुकी ने नहीं घोषित की छुट्टी

मारुति सुजुकी कंपनी के दबाव में है गुड़गांव प्रशासन, मल्टीनेशनल जापानी कंपनी के सामने सरकार बौना साबित
कोरोना के बढ़ते प्रकोप से जहाँ पूरे देश के विभिन्न हिस्सो में शेफटीमेज़र लेने की घोषणा हो रही है, वहीं जापानी मारुति सुजुकी उत्पादन कराने की ज़िद पर अड़ी है। इससे गुड़गांव-मानेसर स्थित चारो प्लांटों और उसके वेंडर कंपनियों के हजारों मज़दूर असमंजस की स्थिति में हैं और चौतरफा भय का माहौल व्याप्त है।
बीते शनिवार 21 मार्च से मारुति यूनियनों के संघ मारुति सुजुकी मज़दूर संघ (MSMS) प्रयासरत है। प्रबंधन और प्रशासन के बीच कई दौर की बात हो चुकी है, लेकिन सुजुकी प्रबंधन के सामने प्रशासन बौना साबित हो रहा है। ज़ाहिर है कि मारुति-सुजुकी के चारो प्लांट (गुडगाँव व मानेसर की दोनों कार प्लांट, सुजुकी बाइक तथा सुजुकी पावर ट्रेन) नहीं बंद होने से इनकी तमाम वेंडर कंपनियों में भी अवकाश नहीं होगा।
ज्ञात हो कि होंडा और हीरो कंपनी ने गुड़गांव में 31 मार्च तक प्रोडक्शन बंद कर दिया है, वही मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड कंपनी प्रशासन पर लगातार दबाव बना रही है की वह प्रोडक्शन बंद नहीं करना चाहती। प्रशासन भी इस मुद्दे पर कंपनी से बात कर रहा है, लेकिन ख़बर लिखे जाने तक कोई निर्णय नहीं निकला।
उधर राजस्थान में लॉक डाउन के साथ 31 मार्च तक सभी कारखाने बंद करने के निर्देश जारी हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वाइरस फैलने से रोकने का मुख्य ज़रिया एकदूसरे के संपर्क में आना है। यह सामुदायिक रूप लेते ही भयावह हो जाएगा। इसके बावजूद भारत में अभी भी फ़ैक्ट्रियों में असेंबली लाइन उत्पादन जारी है। गुड़गांव और मानेसर में मारुति और उसकी वेंडर कंपनियों में हज़ारों मज़दूर सामान्य दिनों की तरह काम करने को मज़बूर हैं। कई वेंडर कंपनियों में एहतियात के लिए मज़दूरों को न तो मास्क दिए जा रहे हैं और ना ही दस्ताने।