मोदी के तर्ज पर बेरोजगार युवाओं का प्रतिरोध
देशभर में युवा घरों में व सड़कों पर निकल कर थाली, ताली, घंटी व संख बजाते हुए रोजगार देने की जोरदार माँग की। इस दौरान ट्विटर पर इससे जुड़े दो हैशटैग- ‘कांप गया मोदी’ और दूसरा ‘5 बजकर 5 मिनिट’ काफी ट्रेंड करता रहा। इस जबरदस्त अभियान से नौजवानों की आवाज़ बुलंद हुई। इसके 2 घंटे के भीतर रेलवे ने भर्ती परीक्षा की घोषणा कर दी।
दरअसल, बेरोज़गार युवाओं का मोदी सरकार के खिलाफ आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। युवाओं का आरोप है कि, सरकार ने इनके भविष्य को अंधकारमय और अनिश्चित बना दिया है। युवाओं ने मोदी सरकार के थाली ताली को ही अपना हथियार बनाकर सरकार की नींद उड़ा दी।

बहरे कानों तक पहुँचाने का अभियान
मोदी सरकार के बहरे कानों तक अपनी अनुगूंज पहुँचाने के लिए ‘युवा हल्ला बोल’ के नेतृत्व में देशभर के बेरोज़गार युवा शिक्षक दिवस शनिवार (5 सितंबर) को शाम 5 बजे 5 मिनट के लिए थाली, ताली और घंटी बजाकर जबर्दस्त प्रतिरोध जताया।
इस अभियान में देश के लगभग सभी हिस्सों में नौजवानों ने अलग-अलग रूप में भागेदारी की और विभिन्न व क्रियाशील तरीके से प्रतिरोध को संचालित किया।

युवाओं ने कहा कि आज सरकार सभी क्षेत्रों का निजीकरण कर रही है और नौजवानों को रोजगार देने के बजाय रोजगार छीनने का काम कर रही है। सभी आयोग व बोर्ड नौकरी देने से पीछे हट रहे हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है और सरकार कोर्ट-कोर्ट खेल रही है और नौजवानों को परेशान कर रही है।
उन्होंने कहा कि आज न सिर्फ रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा सब लोगों से छीन लिया गया है बल्कि जो भी आवाज उठाएगा उसको लाठी के बल पर दबाने का काम किया जा रहा है। इन सब हालातों को देखते हुए ही युवाओं ने देश भर में रोज़गार के लिए थाली-ताली बजाने का निर्णय लिया।

रेल मंत्रालय ने भर्ती परीक्षाओं की तिथि घोषित की
बेरोजगारों के ताली-थाली अभियान की अनुगूंज के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल को अपने ट्विटर हैंडल पर रेलवे भर्ती की परीक्षाओं की तारीख़ का एलान करना ही पड़ गया।

पिछले रविवार से ही छात्र ट्विटर की टाइम लाइन पर ट्रेंड आंदोलन चला रहे हैं। 35 से 70 लाख ट्वीट करने के बाद भी पीयूष गोयल चुप रहे तब छात्रों ने 5 सितंबर को शाम 5 बजे थाली बजाने का आंदोलन शुरू किया। कोरोना के बहाने युवाओं के सपने ध्वस्त करने में केंद्र की मोदी सरकार से लेकर राज्य सरकारें भी हैं। इन राज्यों में भाजपा शासित सरकारें भी हैं और कांग्रेस शासित सरकारें भी।
