चित्र कथा : कोरोना समय – क्या घर लौटना अपराध है?

हमारे बाजू मेहनत-मजदूरी करने के लिए हैं, भोजन व आश्रय की भीख माँगने के लिए नहीं!
चित्रांकन व प्रस्तुति- लावनी




‘संघर्षरत मेहनतकश’ पत्रिका, अंक-43 (अप्रैल-जून-2020) में प्रकाशित
हमारे बाजू मेहनत-मजदूरी करने के लिए हैं, भोजन व आश्रय की भीख माँगने के लिए नहीं!
चित्रांकन व प्रस्तुति- लावनी
‘संघर्षरत मेहनतकश’ पत्रिका, अंक-43 (अप्रैल-जून-2020) में प्रकाशित