छत्तीसगढ़ : अनिश्चितकालीन हड़ताल वन कर्मचारी, माँगें पूरी होने तक रहेगा जारी

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12 सूत्रीय मांग वर्षों से लंबित, हर स्तर के कर्मचारी शामिल। धरना स्थल पर महिला कर्मचारियों की उपस्थिति भी अधिक है। वे अपने छोटे-छोटे बच्चों को भी साथ लेकर आ रही हैं।

यह अनिश्चितकालीन हड़ताल वन कर्मचारी संघ लंबा खींचने की तैयारी में है। कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक सरकार सभी मांगों को पूरा नहीं कर देती यह आंदोलन जारी रहेगा। धरना स्थल पर महिला कर्मचारियों की उपस्थिति भी अधिक है। महिला कर्मचारी अपने छोटे-छोटे बच्चों को भी साथ लेकर धरना स्थल पर आ रही हैं। विभाग के ऐसे कर्मचारी जो 60 साल से अधिक आयु के हैं वह भी लगातार धरना स्थल पर दमखम के साथ डटे रहते हैं।

रेंजर्स एसोसिएशन द्वारा पूरे प्रांत में 1 तारीख से 4 अप्रैल तक काली पट्टी लगाकर कर्मचारियों के समर्थन में शासन के विरोध प्रदर्शन करते हुए कार्य संपादन किया जा रहा है। साथ ही 5 अप्रैल से सभी रेंजर्स छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के आंदोलन में प्रत्यक्ष रुप से जुड़ जाएंगे। उपाध्यक्ष राकेश यादव ने बताया कि जैसे ही प्रांतीय नेतृत्व का आदेश होगा रायपुर में प्रदर्शन के लिए भी सभी कर्मचारी तैयार हैं। कर्मचारियों का मानना है कि सारी मांगे जायज है और छत्तीसगढ़ सरकार इसको पूरा करने में सक्षम भी है। फि र भी ना जाने क्यों सरकार वनकर्मियों की पीड़ा नहीं सुन रही। धरना स्थल पर महिला कर्मचारियों में प्रमुख रूप से शिव कुमारी गोयल, मीना धुर्वे, मीरा कोमरे, अहिल्या ठाकुर, शिवकुमारी जोशी, श्याम भाई कवर, भानुमति उर्वशी सहित विभाग के सभी महिला कर्मचारी उपस्थित रहीं।

12 सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से 2003 में निर्धारित तत्कालीन समय के 3050 वेतनमान की समस्या का निराकरण, ग्रेड पर बढ़ाने संबंधी मांग, विभाग के कर्मचारियों को पुलिस विभाग की तरह 1 माह का अतिरिक्त वेतन, महाराष्ट्र सरकार की भांति छत्तीसगढ़ में भी 5000 पोस्टिक आहार भत्ता, 24 वर्षों में से नहीं हुए विभागीय सेटअप का पुनरीक्षण किए जाने संबंधी मांग। वहीं भृत्य व चौकीदारों को वनरक्षक या सहायक ग्रेड 3 के पद पर समायोजन संबंधी मांग, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने की मांग शामिल हैं।

वन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष परसराम चंद्राकर ने बताया की जो कोई भी कर्मचारी साथी इस आंदोलन में अपनी सहयोग नहीं कर रहा है और इस हड़ताल को कमजोर करने का प्रयास कर रहा है ऐसे लोगों पर आने वाले समय में संघ कार्यवाही करने के लिए विचार करेगा। जिला सचिव गणेश ठाकुर ने कहा की दोहरे रवैया अपनाने वाले वन कर्मचारियों को संघ के पर्यवेक्षक चिन्हित कर रहे हैं। वहीं संघ के प्रदर्शन को अन्य संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है।

पत्रिका से साभार