छत्तीसगढ़: कर्मचारी-अधिकारी-शिक्षक हड़ताल पर, सरकारी दफ्तरों में लटके ताले

2 सूत्रीय मांग- 34 प्रतिशत मंहगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ता के लिए हजारों कर्मचारी-अधिकारी का सामुहिक अवकाश; पांच दिवसीय हड़ताल का आगाज।
महासमुंद । फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर अधिकारी-कर्मचारी सोमवार से आयोजित पांच दिवसीय कलमबंद आंदोलन पर हैं। इसका असर मुख्यालय सहित जिलेभर में देखने को मिला।
आंदोलन के चलते तमाम सरकारी दफ्तर और स्कूलों में ताला लगा रहा। आगामी 31 जुलाई तक जिलेभर में दफ्तर और स्कूलों में तालाबंदी रहेगी। महंगाई भत्ता की एक सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के अधिकारी- कर्मचारी सभी ब्लाक मुख्यालयों में धरनारत हैं। यहां मुख्यालय के लोहिया चौक में फेडरेशन के बैनर तले अधिकारी-कर्मचारियों ने
धरना दिया और मांग को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आंदोलन को फेडरेशन की संयोजक एस चंद्रसेन, टेकराम सेन, नारायण चौधरी, अशोक गोस्वामी, ईश्वर चंद्राकर, मनीष ठाकुर सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया। उन्होने कहा
कि केन्द्र के समान महंगाई भत्ता की स्वीकृति के बाद भी राज्य के कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है जिसके चलते उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। मुख्यालय में आयोजित धरने में बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे।
महासमुंद। कोकड़ी सरकारी स्कूल में हड़ताल का कोई असर नहीं रहा। यहां हरदिन की भांति सोमवार को भी यथावत विद्यालय संचालित रहा। कोकड़ी सरकारी स्कूल पिछले 18 साल से एक शिक्षकीय है। फिर भी अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्यों का निर्वहन करते यहां के शिक्षक गेंदलाल अध्यापन करा रहे हैं। इस सम्बन्ध में कोकड़ी सरकारी स्कूल के शिक्षक गेंद लाल ने कहा कि गुरु हड़ताली नहीं होता, आंदोलनकारी नहीं होता, बल्कि समाधानकारी होता है। सरकार जितना वेतन दे रही है, वह जीविकोपार्जन के लिए पर्याप्त है। फ़ॉर भी यह कम पड़ रहा है तो काम करते करते भी अपनी मांग रखी जा सकती है। सेवा बाधित करना अनुचित है।
आंदोलन में शिक्षक संघ, सहायक शिक्षक संघ सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। जिसके चलते सोमवार को मुख्यालय के अलावा जिले के अधिकतर स्कूलों के साथ शिक्षा विभाग के कार्यालयों में तालाबंदी की स्थिति रही। मुख्यालय में गंजपारा प्राथमिक शाला, आदर्श बालक शाला, बृजराज पाठशाला, कलाबाई स्कूल सहित अन्य सरकारी स्कूलों में भी ताला लटकता रहा। इसी तरह राजस्व-पालिका कार्यालय बन्द रहा। फेडरेशन में करीब 48 अधिकारी-कर्मचारी संगठन शामिल है जिसके चलते मुख्यालय ही नहीं जिले के सभी कार्यालय में ताला लगा रहा। मुख्यालय के राजस्व कार्यालय, सहित अन्य कार्यालयों में ताला लटकता रहा। इधर, नपा कर्मी भी महंगाई भत्ते की मांग को लेकर फेडरेशन के आह्वान पर रायपुर में आयोजित प्रदेश स्तरीय धरने में शामिल होने गए हैं। जिससे पालिका कार्यालय में भी ताला लटका रहा। अधिकारी-कर्मचारियों के आंदोलन में जाने का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ा।
नईदुनिया से साभार