साहित्य/सिनेमा

गिरीश तिवाड़ी ‘गिर्दा’ का स्मृति दिवस : गिर्दा की कुछ कविताएं !

इस व्योपारी को प्यास बहुत है / गिरीश चंद्र तिवाड़ी 'गिर्दा' एक तरफ बर्बाद बस्तियाँ – एक तरफ हो तुम।...

इस सप्ताह की कविता : सुब्ह-ए-आज़ादी (अगस्त-47)

सुब्ह-ए-आज़ादी (अगस्त-47) / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ ये दाग़ दाग़ उजाला ये शब-गज़ीदा सहर वो इंतिज़ार था जिस का ये वो...

जनकवि वीरेन डंगवाल की स्मृति में उनकी कविता : रामसिंह

रामसिंह / वीरेन डंगवाल दो रात और तीन दिन का सफ़र तय करके छुट्टी पर अपने घर जा रहा है...

इस सप्ताह : त्रिलोचन की कविताएँ !

पथ पर चलते रहो निरंतर / त्रिलोचन पथ पर चलते रहो निरन्तर सूनापन हो या निर्जन हो पथ पुकारता है...

जन कथाकार प्रेमचंद की महत्वपूर्ण कहानी ‘सवा सेर गेहूं’

मेहनतकश जन के महान कथाकार प्रेमचंद के 140वे जन्मदिवस (31 जुलाई) की याद में कथा सम्राट प्रेमचंद के हल्कू की...

शुक्रिया कोरोना : इस सप्ताह की कविताएं !

शुक्रिया कोरोना / अज्ञात शुक्रिया कोरोना तुमने बहुत बुरा किया, पर मैं तुम्हारा शुक्रिया अदा करता हूँ इसलिए नहीं कि...

इस सप्ताह : कवि वरवर राव की पांच कविताएं !

कवि / वरवर राव जब प्रतिगामी युग धर्म घोंटता है वक़्त के उमड़ते बादलों का गला तब न ख़ून बहता...

अंधेर नगरी – 4 : इस सप्ताह की कविताएं !

पूछो तो कभी / रवि सिन्हा किस हाल में बीतेंगे बचे साल तो पूछो पूछो तो कभी ख़ुद का भी...

भोजपुरी भाषा के लोक नायक थे भिखारी ठाकुर

भिखारी ठाकुर की पुण्यतिथि (10 जुलाई) पर याद करते हुए- भोजपुरी और भोजपुरी भाषा साहित्य को दुनिया से अवगत करने वाले...