साहित्य/सिनेमा

इस सप्ताह : देवेंद्र कुमार बंगाली की कविताएं !

हिंदी के विलक्षण कवि देवेंद्र कुमार बंगाली ( 18 जुलाई 33-18जून 1991) बुद्ध भूमि कसया कुशीनगर में पैदा हुए थे।...

फिल्मों में दिलीप कुमार दमित-मेहनतकश की पीड़ा के प्रतीक भी थे

“सबको मिले मेहनत के मुताबिक अपना अपना हिस्सा” बीते 7 जुलाई को अभिनेता दिलीप कुमार के निधन से फिल्म जगत...

कविताएँ इस सप्ताह : माफ़ करना !

माफ करना / महेश केळुसकर हिंदी अनुवाद : उषा वैरागकर आठले हे आसमानी परमपिता! माफ कर देना उस जाँच आयोग...

कविताएं इस सप्ताह : मैदान पर पत्तियां सूख रही हैं !

भूख / कुमार विश्वबंधु भूख जरूरी है खाना खाने के लिए खाना जरूरी है जिन्दा रहने के लिए भले जिन्दा...

इस सप्ताह की कविता : गरीब अब गहरे जाल में फंस गए हैं !

यही मौका है / नबारुण भट्टाचार्य (अनुवाद - लाल्टू) यही मौका है, हवा का रुख है ग़रीबों को भगाने का...

इस सप्ताह की कविता : हर दिन फ़ादर मदर का !

वो शख्स सूरमा है ..मगर बाप भी तो है रोटी खरीद लाया है तलवार बेचकर -मैराज़ फैजाबादी तुम्हारी कब्र पर...

इस सप्ताह : भवानी प्रसाद मिश्र की कविताएँ !

एक आगमन आता है सूरज तो जाती है रात किरणों ने झाँका है होगा प्रभात नये भाव पंछी चहकते है...

मारुति की 2012 की घटना की याद दिलाती रमेश उपाध्याय की एक कहानी

"हम किस देश के वासी हैं" प्रसिद्ध साहित्यकार रमेश उपाध्याय का कोरोना और अस्पताल की अव्यवस्था से बीते 24 अप्रैल...

कविताएँ इस सप्ताह : यदि तुम नहीं मांगोगे न्याय !

यदि तुम नहीं मांगोगे न्याय / कुमार अंबज यह विषयों का अकाल नहीं है यह उन बुनियादी चीजों के बारे...

कविताएँ इस सप्ताह : वे इसी पृथ्वी पर हैं !

वे इसी पृथ्वी पर हैं / भगवत रावत इस पृथ्वी पर कहीं न कहीं कुछ न कुछ लोग हैं जरूर...

भूली-बिसरी ख़बरे