साहित्य/सिनेमा

व्यंग: नींबू की आसमान छूती कीमतों ने किया मन खट्टा, तो मोदी जी क्या करें!

मोदी जी से सीखो, जो आजकल उपवास कर रहे हैं। उनकी जान तो नींबू में अटकी हुई नहीं है और...

दलित उत्पीड़न व संघर्ष पर केंद्रित फिल्म “जय भीम” : नई सोच लेकिन सीमा भी स्पष्ट

मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस चंद्रा के एक चर्चित केस पर आधारित यह फिल्म तमिलनाडु की एक जनजाति के उत्पीड़न...

“आक्रोश” : हाशिये पर खड़े लोगों के अमानवीय हालात और सत्तातंत्र के सामने लाचारी दर्शाती फिल्म

इस फिल्म को देखते हुए लगातार एहसास होता है कि किस प्रकार करोड़ों लोग प्रभुत्वशाली वर्ग के शोषण और अन्याय...

भाषाई वैमनस्य, मजदूरों के प्रति घृणा व पुलिसिया जुल्म को उकेरती फिल्म “विसरन्नई (इंटेरोगेशन)”

यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है और जिस तरह विश्वसनीय तरीके से इसने पुलिसिया दमन और पुलिसिया जुल्म...

“एक डॉक्टर की मौत” : एक प्रतिभाशाली के दर्द और हताशा को महसूस कराती बेहतरीन फिल्म

आखिर क्यों हमारे देश के नाम कोई महत्वपूर्ण आविष्कार नहीं है? क्यों प्रतिभाओं की तलाश और उनको तराशे जाने की...

कश्मीर के हालत पर बनी एक बेहद संवेदनशील और प्यारी सी फिल्म है “हामिद”

फिल्म की कहानी जितनी संवेदनशील और ज़िंदगी की जद्दोजहद से भरपूर है, उतनी ही खूबसूरती से कहानी के माहौल को...

फिल्म परिचय : ज़िंदगी को खुलकर जीने का नाम है फिल्म “102 नॉट आउट”

102 नॉट आउट लीक से हटकर एक ऐसी फिल्म है जो नाप तौल कर जिंदगी जीने के नजरिए पर थोड़ा...

इस सप्ताह : पीठ पर बंधा घर !

शुभकामना / मोती जैसलमेरी दुनिया में सबसे सुंदर सुबह वह होगी, जब हर सैनिक के हाथ में हथियार नहीं, खेल...

मेहनतकश जन के कथाकार प्रेमचंद के जन्मदिवस पर उनकी कहानी ‘सद्गति’

महान कथाकार प्रेमचंद के 141वे जन्मदिवस (31 जुलाई) की याद में छुआ-छूत, जातपात का विषाक्त रोग आज भी समाज में...

भूली-बिसरी ख़बरे