जन्मदिवस पर: सिर्फ भक्ति नहीं, मुक्ति आंदोलन है रविदास की परंपरा

रविदास के समता और मुक्ति के विचार को तमाम हमलों से बचाना है और बेगमपुरा की राह पर, मेहनतकश आवाम…

आज़ादी की लड़ाई के पहले स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद तिलका मांझी को याद करते हुए

तिलका मांझी उन पहले आदिवासियों में से एक थे, जिन्होंने गुलामी से मुक्ति के लिए अंग्रेजों के अन्याय एवं अत्याचार…

शताब्दी वर्ष: काकोरी एक्शन अंग्रेजी हुकूमत को करारा ज़वाब और साझी शहादत का बड़ा प्रतीक था

काकोरी एक्शन ने असहयोग वापसी के निराशजनक दौर में व्याप्त राजनीतिक शून्य को भरने तथा देश का ध्यान साम्प्रदायिकता से…

आज अमर शहीद ऊधम सिंह को याद करना और भी ज़रूरी है!

ऊधम सिंह अमन-चैन वाले समता मूलक समाज निर्माण के प्रति समर्पित व मजहबी नफ़रत व बंटवारे के घोर विरोधी थे।…

शताब्दी वर्ष में काकोरी की याद क्यों जरूरी है -सुधीर विद्यार्थी

आज काकोरी के घटनाक्रम और उसके क्रांतिकारी नायकों को उनके विचार और लक्ष्य के साथ स्मरण किए जाने की बड़ी…

“न्यायालय सिवाय न्याय के ढकोसले के और कुछ नहीं हैं” -भगत सिंह और साथियों का अदालत में बयान

शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के जन्म दिवस 28 सितंबर पर: भगत सिंह और साथियों का विशेष ट्रिब्यूनल में कहा: “अमन और…

बनारस: कबीर जन्मोत्सव पर ‘ताना बाना कबीर का’; विरासत को आगे बढ़ाने हेतु विविध कार्यक्रम सम्पन्न

एक पखवारे का अभियान आम मेहनतकश बुनकर समाज के बीच कबीर के भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब की विरासत और समाज…

क्रांतिकारी शिव वर्मा की निधन-तिथि (10 जनवरी) पर याद : “मेरा शहर शिव वर्मा का दूसरा घर था”

शहीदे आज़म भगत सिंह के सहयात्री शिव वर्मा, जो ताउम्र मज़दूर वर्ग से जुड़े रहे, क्रांतिकारियों की जीवंत जीवनियों से…