कविता

सप्ताह की कविता : फ़िरकापरस्ती के ख़िलाफ़ 5 कविताएँ !

साम्प्रदायिक फसाद / नरेन्द्र जैन रोजी रोटी का सवाल खड़ा करती है जनता शासन कुछ देर सिर खुजलाता है एकाएक...

सप्ताह की कविता : राजेश जोशी की पांच कविताएँ !

शासक होने की इच्छा / राजेश जोशी वहाँ एक पेड़ था उस पर कुछ परिंदे रहते थे पेड़ उनकी आदत...

इस सप्ताह आदित्य कमल की कविताएं : देश सुरक्षित हाथों में है !

देश सुरक्षित हाथों में है ! / आदित्य कमल शासक कहता है - घबराओ मत देश सुरक्षित हाथों में है...

सप्ताह की कविता : बल्ली सिंह चीमा की गजलें एवं गीत

फ़ोटो : 15 दिसम्बर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस की बर्बरता रोटी माँग रहे लोगों से / बल्ली सिंह...

‘विद्रोही’ की पुण्यतिथि पर चार कविताएं !

औरतें / रमाशंकर यादव 'विद्रोही' कुछ औरतों ने अपनी इच्छा से कुएं में कूदकर जान दी थी, ऐसा पुलिस के...

स्वाति सरिता की कविता : कर दो उन सभी का एनकाउंटर

कर दो उन सभी का एनकाउंटर / स्वाति सरिता कर दो उन सभी का एनकाउंटर जो बंद है भारतीय जेलों...

इस सप्ताह : वशिष्ठ अनूप के गीत व गज़लें

इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें / वशिष्ठ अनूप इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें ज़िंदगी आँसुओं में नहाई न...