यह है दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़ॉन; जहां श्रमिक के चाय-पानी के ब्रेक पर रोके है, कार्यस्थल पर...
Read moreमनरेगा मजदूरों का 2020 से बकाया वेतन का भुगतान हो, समय से वेतन मिले, समस्याओं के लिए अलग काउंटर बने,...
Read more"यह मौत संविदा कर्मियों को अनियमित और विलंबित वेतन भुगतान के संदर्भ में आती है, जिसमें कभी-कभी कई महीनों तक...
Read moreदक्षिण दिल्ली में घरेलु कामगार के साथ नियोक्ता द्वारा बेल्ट से पिटाई और चाकू से चोट पहुंचने के सदर्भ में...
Read moreदेश में बड़ी संख्या में ईंट भट्टों और खेतों में ऐसे मज़दूर कार्यरत हैं जो रोज़गार की तलाश में एक...
Read moreदर्दनाक हादसा: फैक्ट्री के केमिकल रिएक्टर में विस्फोट के बाद प्लांट में आग लग गई। विस्फोट के प्रभाव से औद्योगिक...
Read moreकंपनियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने से लगातार हादसे सामने आ रहे हैं। ताजा घटना मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा का...
Read moreएसकेएम ने किसानों और मजदूरों से 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली विशाल और शांतिपूर्ण किसान...
Read moreजन सम्मेलन की माँग: बनभूलपुरा हिंसा के बाद रोजगार छिन गए, घायल और गिरफ्तार लोगों के परिजनों को कानूनी प्रशासन...
Read moreज्यादातर मृतकों को पहचान पाना मुश्किल है, उनके शरीर पूरी तरह जल चुके हैं। आग लगी तो बुझाने के दौरान...
Read moreआज जहां मज़दूर वर्ग पर ताबड़तोड़ हमले हो रहे हैं। वहीं मेहनतकश आबादी की खबरें मुख्य मीडिया से गायब हैं। दरअसल, उस पर सत्ता संरक्षण में पूँजीपति वर्ग का कब्जा है, जो मेहनतकश आवाम का शोषण कर रही है। ऐसे में मज़दूरों को अपना वैकल्पिक मीडिया खड़ा करना बेहद जरूरी है। देश में मज़दूरों की वैकल्पिक मीडिया खड़ी हुई है या हो रही। उसी प्रक्रिया के एक हिस्से के तौर पर मेहनतकश वेबसाइट आपके बीच सक्रिय है, जो पूरी मेहनतकश आवाम की है। यहाँ मेहनतकश की हर खबर बिना किसी रोक-टोक के प्रकाशित होती है। जहाँ मेहनतकश ही रिपोर्टर है, पत्रकार है। इसलिए आइए www.mehnatkash.in को मजबूत और सशक्त बनाएं! मेहनतकश वर्ग के संघर्ष को मजबूत करने में योगदान अपना योगदान दें। |