कार्टून : महँगाई-बेरोजगारी से हाहाकार के बीच दीपावली की शुभकामनाएं!

किसकी मनी दीवाली, किसका निकला दिवाला; कौन छीन रहा है त्योहारों की खुशियाँ? …कमर तोड़ती महँगाई, विकराल रूप लेती बेरोजगारी के बीच दीपावली…
दीप ऐसा जो सबके घर में रोशनी बिखेरे; मिष्ठान ऐसा जो कड़वाहट दूर कर सब में मिठास घोले
एक ऐसे समय में
जब त्योहार की खुशियां संपदा का प्रतीक बन जाए
जब बड़ी आबादी खुशियों से महरूम हो
जब महँगाई ने त्योहार की खुशियाँ छीन, दिवाला निकाला हो
तब आइए
ऐसी खुशी का संकल्प लें,
जहाँ दीपक की रोशनी हर कोने-अतरे भी फैले
जग से अंधेरा मिटा सके, हर जहाँ रौशनी बिखेर सके
और हर दिल में कड़वाहट और नफरत की जगह
मिठास घोल सके, सबमें प्यार जगा सके!
ऐसी दीपावली की खुशियां लाने के लिए,
आइए संकल्प लें!