धमाके से इलाका दहला। घायलों को अस्पतालों में ले जाया गया। उनमें से अबतक चार मृत घोषित हो चुके हैं। मृतकों में एक 65 वर्षीय पुरुष, एक किशोर और 30 वर्षीय एक महिला भी शामिल है।
गुजरात। आज गुरुवार को वडोदरा के नांदेसरी जीआईडीसी में दीपक नाइट्रेट में विस्फोट के साथ आग लग गई। इसके बाद धमाके की आवाज आई। अबतक जानकारी के मुताबिक घटना में 15 लोग घायल हो गए और उन्हें पास के अस्पतालों में ले जाया गया। उनमें से चार को या तो मृत घोषित कर दिया गया या इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इस घटना में जिन लोगों की जान चली गई और जो घायल हुए हैं उनमें श्रमिक के अलावा कुछ वैसे लोग भी शामिल हैं, जो विस्फोट के समय उस इलाके से गुजर रहे थे।
मकरपुरा पुलिस थाने के निरीक्षक साजिद बलूच ने कहा, ‘‘चार लोगों की या तो जलने के कारण या विस्फोट से संबंधित किसी वस्तु से चोट लगने से मौत हो गई। विस्फोट के कारणों की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है।”

जानकारी के मुताबिक, दीपक नाइट्रेट नाम की एक फैक्ट्री में जबरदस्त धमाका हुआ। इसके बाद यहां भीषण आग लग गई। हादसे में खबर लिखने तक 15 मज़दूर घायल बताए जा रहे हैं। चार लोगों के मौत की खबर है। रेस्क्यू के लिए फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर मौजूद है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फायर ब्रिगेड के एक कर्मचारी ने बताया कि धमाका एक बॉयलर में हुआ था। इसके बाद आग पूरे प्लांट में फैल गई और इसकी चपेट में आकर दो अन्य बॉयलर भी फट गए। पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
किन कारणों से ये हादसा हुआ, अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक धमाके की आवाज दस किलोमीटर दूर तक सुनाई दी थी। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल है, लोग काफी डर गए हैं।
हादसे के जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें धुएं का बड़ा गुबार आसमान में देखने को मिल रहा है। बीच-बीच में आग की लपटें भी दिखाई पड़ रही हैं।
मुनाफे की आंधी हवस में दुर्घटनाओं और मौत का सिलसिला जारी है। इससे पहले भी गुजरात और देश के दूसरे इलाकों में ऐसे जोरदार धमाके हुए हैं। आग की वजह से कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
हाल ही में दिल्ली के मुंडका में भी 4 मंजिला इमारत में भयानक हादसा हो गया था. इसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग लापता हो गए थे। दिल्ली के ही नरेला में एक चप्पल फैक्ट्री में भीषण आग की घटना हुई थी।
दिल्ली में इससे पहले नरेला, बवाना, सीलमपुर, नांगलोई, उद्योग नगर, पीरागढ़ी, ओखला, नंद नगरी और रानी झांसी रोड के औद्योगिक क्षेत्रों में इसी तरह की भयावह घटनाएं देखी गई हैं, और मौत या अंग-भंग होने का यह सिलसिला जारी है।